बागपत में नीरज बवाना गिरोह के पांच असलहा तस्कर गिरफ्तार, POK में बनी पिस्टल बरामद
Bagpat News कुख्यात नीरज बवाना गिरोह के पांच असलहा तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से आठ आधुनिक पिस्टल बरामद हुई हैं। माना जा रहा है कि पिस्टल पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) के दर्रा में बनी है। पाकिस्तान से भी असलहा सप्लाई होने का पुलिस को शक है। मुख्य आरोपित सुनील उर्फ चीनू समेत पांच लोग फरार हैं।

जागरण संवाददाता, बागपत। कुख्यात नीरज बवाना गिरोह के पांच असलहा तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से आठ आधुनिक पिस्टल बरामद हुई हैं। माना जा रहा है कि पिस्टल पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) के दर्रा में बनी है। पाकिस्तान से भी असलहा सप्लाई होने का पुलिस को शक है। मुख्य आरोपित सुनील उर्फ चीनू समेत पांच लोग फरार हैं।
एसपी अर्पित विजयवर्गीय व एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने रिजर्व पुलिस लाइन में सोमवार दोपहर पत्रकार वार्ता में बताया कि कोतवाली पुलिस व सर्विलांस सेल की टीम ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शस्त्र के तहत रविवार रात ग्राम अहैड़ा के निकट निर्माणाधीन दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर पर आरोपित अंकित निवासी ग्राम दुड़भा, आशीष, दीपांशु व आकाश निवासीगण ग्राम कानौली, मोहित निवासी ग्राम कचैड़ा (गौतमबुद्धनगर) को गिरफ्तार किया। उनके पास से सात पिस्टल .32 बोर मय छह कारतूस, एक पिस्टल 9 एमएम मय दो कारतूस, चार मोबाइल व एक बाइक बरामद हुई है।
आरोपित अंतरराज्यीय असलहा तस्कर हैं। आरोपित एनसीआर में करीब 20 पिस्टल बेच चुके हैं। मुख्य आरोपित सुनील तंवर उर्फ चीनू निवासी ग्राम खैला के अलावा नवीन निवासी सोनिया विहार दिल्ली, कपिल, जिम्मी निवासीगण ग्राम बिचपड़ी, सूरज निवासी ग्राम नंगला जाफराबाद फरार हैं। आरोपित नीरज बवाना गिरोह से जुड़े हैं। प्राथमिक जांच में सामने आया कि बरामद पिस्टल का निर्माण दर्रा में हुआ है। पाकिस्तान से भी असलहा तस्करी से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसकी गहनता से जांच की जा रही है।
किसी को खतरा तो किसी ने शौक में खरीदी पिस्टल
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए अंकित ने जानकारी दी कि उसके परिवार की अनिल दुजाना गिरोह से दुश्मनी चल रही है। इस गिरोह के बदमाशों से जान का खतरा है, इसलिए अपनी सुरक्षा के लिए पिस्टल खरीदी थी। अनिल दुजाना का एनकाउंटर हो चुका है। अन्य आरोपितों ने कहा कि शौक में पिस्टल खरीदी हैं।
पिस्टल का दीपक फुर्तीला ने तिहरे हत्याकांड में किया था इस्तेमाल
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के बदमाशों से ही अपराधी दीपक फुर्तीला निवासी ग्राम बालैनी के अलावा हर्ष, शिवम उर्फ डिब्बा ने असलहा खरीदे। इन आरोपितों ने हिस्ट्रीशीटर कविंद्र व उसके साले जितेंद्र की हत्या की थी। दीपक फुर्तीला ने आशीष और दीपांशु से पिस्टल खरीदकर रोहतक में राहुल उर्फ बाबा गिरोह के साथ मिलकर तीन लोगों की हत्या की थी।
एक पिस्टल की कीमत 1.80 लाख रुपये
पुलिस के मुताबिक, सुनील उर्फ चीनू दिल्ली तिहाड़ जेल में मारे गए कुख्यात अंकित उर्फ बाबा का करीबी था। सुनील से आरोपित अक्सर 35 हजार रुपये में प्रति पिस्टल खरीदे है। बाद में 80 हजार रुपये तक पिस्टल की बिक्री की जाती है। बरामद एक पिस्टल आटोमैटिक है, जिसकी कीमत करीब 1.80 लाख रुपये हैं। खरीदी गई 30 पिस्टल में से 20 बेची जा चुकी हैं। असलहा मध्य प्रदेश में बनाए जाने की भी जानकारी मिली है। पिस्टल कहां से आई और किसको सप्लाई की गई, इसका सही पता सुनील की गिरफ्तारी के बाद ही चलेगा।
आकाश है बाउंसर, दीपांशु दूध सप्लायर
पकड़ा गया आरोपित आकाश एक कंपनी में बाउंसर है। आशीष बीए व मोहित कक्षा 12 उत्तीर्ण है। अंकित बाजारों में सामान बेचता है तथा दीपांशु दूध सप्लाई करता है।
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