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    आगरा छेड़छाड़ केस: ऑडियो विवाद की जांच करेंगे अपर पुलिस आयुक्त, क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर हुआ मुकदमा

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 01:28 PM (IST)

    आगरा के एत्मादपुर थाने में दर्ज छेड़छाड़ के मुकदमे की विवेचना अब क्राइम ब्रांच की महिला सब इंस्पेक्टर को सौंप दी गई है। मामले से जुड़े एक ऑडियो की जां ...और पढ़ें

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    नीतू महिला एसआइ।

    जागरण संवाददाता, आगरा। एत्मादपुर थाने में दर्ज छेड़छाड़ के मुकदमे में चार आरोपितों के नाम निकालने के मामले में प्रसारित आडियो की जांच अब अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह करेंगे। पुलिस आयुक्त ने मुकदमे की विवेचना भी अब क्राइम ब्रांच की महिला सब इंस्पेक्टर को दे दी है। वहीं मीडिया सेल की ओर से लिखित सफाई देते हुए इंस्पेक्टर एत्मादपुर को क्लीनचिट और महिला सब इंस्पेक्टर के आरोपों को गलत बताया गया है।

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    एत्मादपुर प्रकरण पर अधिकारियों ने दी सफाई, महिला दारोगा के आरोपों को बताया गलत

    ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र की नर्सिंग छात्रा के साथ 30 सितंबर और 17 अक्टूबर को छेड़छाड़ की घटना हुई थी। पीड़िता ने छह युवकों के खिलाफ एत्मादपुर थाने में 25 अक्टूबर को मुकदमा पंजीकृत कराया था। इस मुकदमे की विवेचक नीतू शर्मा का सोमवार को आडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। इसमें आरोप लगाया गया कि विवेचक को बिना बताए इंस्पेक्टर एत्मादपुर आलोक सिंह ने चार आरोपितों के नाम मुकदमे से निकलवा दिए। इंटरनेट मीडिया पर आडियो प्रसारित होने के बाद अधिकारी सक्रिय हो गए।

    कहा, महिला दारोगा ने ही एसीपी से अनुमोदन लेकर निकाले थे चार आरोपितों के नाम

    मंगलवार को मीडियो सेल के माध्यम से इस मामले में लिखित सफाई दी गई। इसमें कहा गया है कि विवेचक नीतू शर्मा ने 16 दिसंबर को अपने हस्तलेख में एसीपी एत्मादपुर से पत्राचार कर चारों आरोपितों की नामजदगी गलत करने के लिए अनुमति मांगी थी। विवेचना में आशुतोष और अनूप कुमार निवासी करहल मैनपुरी के खिलाफ 16 दिसंबर को ही चार्जशीट लगा दी। जबकि प्रसारित आडियो में विवेचक ने पीड़िता से कहा था कि इंस्पेक्टर ने चारों नाम निकलवा दिए, उन्हें तो इसके बारे में बाद में जानकारी हुई।

    पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने आडियो प्रकरण की जांच अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह को दे दी है। वादी के विवेचना से संतुष्ट न होने के कारण विवेचना अब क्राइम ब्रांच की महिला सब इंस्पेक्टर को सौंप दी है।

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    थाने में टांगे तोड़ने के मामले में आठ दिन में बयान भी पूरे नहीं हुए

    किरावली क्षेत्र के करहारा निवासी राजू शर्मा को हत्या के मामले में पूछताछ के लिए थाने में लाकर मारपीट की गई थी। 21 दिसंबर को राजू को थाने लाया गया था। राजू ने आरोप लगाया था कि रात में उसे थाने में उल्टा लटकाकर डंडे से पीटा गया। अचेत होने पर उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। डाक्टरों ने बताया कि उसकी दोनों टांगें टूट गई हैं। दोनों पर प्लास्टर भी किया गया। इसके बाद एसओ किरावली नीरज कुमार समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।

    डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा को दी तहरीर

    स्वजन ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा को तहरीर दे दी। मगर, अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच अपर पुलिस आयुक्त रामबदन को दे दी । मगर, अभी तक उनकी जांच पूरी नहीं हो सकी है। जबकि साक्ष्य सामने हैं। अभी तक जांच में बयान भी पूरे नहीं हो सके हैं। इसी कारण अभी तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है।

    अपर पुलिस आयुक्त रामबदन का कहना है कि जांच पूरी होने में अभी तीन दिन का समय लगेगा। इसमें अभी कुछ लोगों के बयान शेष हैं।

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