Honey Trap: 'अनुराधा' की मीठी बातों में फंसे पूर्व प्रधानाचार्य का बना अश्लील वीडियो, वसूले 94 हजार रुपये
Agra Crime News हनी ट्रैप में फंसे पूर्व प्रधानाचार्य ब्लैकमेल कर 94 हजार वसूले। फेसबुक पर अनुराधा के नाम से शातिरों ने की मित्रता अश्लील वीडियो बनाया। सीबीआइ अधिकारी और यूट्यूब के मैनेजर के नाम पर वसूली रकम।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में सिकदंरा आवास विकास कालोनी के रहने वाले एक पूर्व प्रधानाचार्य हनी ट्रैप का शिकार हो गए। साइबर शातिराे ने फेसबुक पर अनुराधा बनकर मित्रता की। इसके बाद मैसेंजर पर चैटिंग कर उन्हें अपने जाल में फंसाया। अश्लील वीडियो बनाने के बाद ब्लैकमेल किया।
सीबीआइ अधिकारी बनकर उन्हें फोन किया, अश्लील वीडियो यूट्यूब से डिलीट कराने की कहकर उनसे 96 हजार रुपये वसूल लिए। एक लाख रुपये और मांगे तो पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की। सिकंदरा थाने में अभियोग दर्ज किया गया है।
पूर्व प्रधानाचार्य के पास आई थी फ्रेंड रिक्वेस्ट
मामला सिकंदरा आवास विकास कालोनी के रहने वाले एक पूर्व प्रधानाचार्य का है। उन्होंने पुलिस को बताया करीब एक वर्ष पहले फेसबुक आइडी पर उनके पास अनुराधा सिन्हा के नाम से फ्रैंड रिक्वेस्ट आई थी। उन्होंने स्वीकर कर लिया। दिसंबर 2022 से युवती मैसेंजर के माध्यम से उन्हें मैसेज भेजने लगी। उन्होंने चैटिंग की तो अनुराधा ने अपना परिचय दिया। कहा कि वह लोक निर्माण विभाग दिल्ली में अभियंता है। उसकी बड़ी बहन शिक्षिका है।
विभागीय समस्या बताकर मांगी मदद
युवती ने बहन को विभागीय समस्या बताते हुए उनसे मदद मांगी। वह मदद को तैयार हो गए ताे युवती ने उनसे वाट्सएप नंबर मांगा। उन्होंने मना कर दिया। वह आभासी दुनिया के परिचितों को अपना मोबाइल या वाट्सएप नंबर नहीं देते हैं। दिसंबर के महीने में वह शौचालय में थे, इसी दौरान वीडियो काल आई। उन्होंने रिसीव कर लिया, दूसरी ओर से कोई आवाज नहीं आई तो काल काट दी। इसके कुछ देर बाद ही उनके पास धमकी भरे मैसेज आने लगे।
अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की दी धमकी
उनसे कहा कि अश्लील वीडियो बना लिया है। जिसे उनके परिचितो और यूट्यूब पर अपलोड करने की धमकी देकर सात लाख रुपये मांगे। उन्होंने यह कहते हुए फोन काट दिया कि वह साइबर क्राइम सेल में इसकी शिकायत करेंगे। जिस पर उन्हें भेजे गए मैसेज डिलीट कर दिए गए। एक महीने पहले उनके पास किसी विक्रम राठौर ने फोन किया। खुद को सीबीआइ अधिकारी बताते हुए कहाकि किसी महिला ने उनके खिलाफ अश्लील वीडियो बनाने की शिकायत की है। आप खिलाफ कार्रवाई की जा रही है,लेकिन आप सभ्रांत प्रतीत होते हो इसलिए फोन किया है।
सीबीआइ अधिकारी बनकर वसूले रुपये
प्रधानाचार्य ने सीबीआइ अधिकारी बनकर बात करने वाले विक्रम सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी। विक्रम ने शिकायतकर्ता महिला को गिरफ्तार करने की कहा। उन्हें एक नंबर दिया,कहाकि यह यूट्यूब मैनेजर शाहिद अहमद का है। उससे बात कर लो। उन्होंने शाहिद को फोन किया, उसने वीडियो को यूट्यूब से हटाने के लिए 32 हजार रुपये मांगे। कहा 10 प्रतिशत काटकर बाकी रकम वापस कर दी जाएगी।
साइबर सेल में की शिकायत
यह रकम उन्होंने पुत्र से शाहिद द्वारा दिए गए खाते में स्थानांतरित कराई। जिसके बाद दो और वीडियो हटाने के लिए 64 हजार रुपये मांगे गए, उन्होंने यह रकम भी जमा करा दी। इसके बाद विक्रम राठौर ने जब सवा लाख रुपये और मांगे तो उन्हें शक हो गया। रकम देने से मना करने पर वह धमकी देने लगा। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य ने साइबर सेल में शिकायत की थी। प्रभारी निरीक्षक सिकंदरा आनंद कुमार शाही ने बताया कि अभियोग दर्ज किया गया है, विवेचना की जा रही है।
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