डबल मनी का झांसा... आगरा में ग्वालियर के रियल एस्टेट कारोबारी से 80 लाख की ठगी, नकली नोटों के रैकेट की आशंका
ग्वालियर के एक कारोबारी से आगरा के होटल में 80 लाख की ठगी हुई। ठगों ने रुपये दोगुने करने का लालच दिया। पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराया जिसमें हिमांशु गुप्ता समेत अन्य पर आरोप है। पुलिस मामले की जांच कर रही है जिसमें नकली नोटों के रैकेट का संदेह है। ठगों ने नोटों की डाई होने का झांसा दिया था।

जेएनएन, आगरा। रुपये दोगुने करने का लालच देकर ग्वालियर के रियल एस्टेट कारोबारी से ठगों ने 80 लाख रुपये की ठगी कर ली। ठगी की डील आगरा के होटल में हुई थी। आपस में झगड़ा करके आरोपित होटल से फरार हो गए। पीड़ित ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपितों की पहचान कर ली है। ये अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य हैं। पहले भी जेल जा चुके हैं।
ग्वालियर के रामगढ़ डबरा निवासी रियल एस्टेट कारोबारी मनीष शर्मा ने मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें बताया कि उसकी पहचान गोलू शर्मा संचालक स्टूडेंट डायरी एजूकेशन कंसल्टेंसी से थी जिसके यहां काम करने वाले क्लाइंट प्रदीप कुमार निवासी लसूड़िया मोहरी इंदौर से एक कॉलेज में एडमिशन को लेकर बात हुई थी।
कारोबारी के चार लाख दोगुने करने के बाद की ठगी, गायब हुआ गैंग
प्रदीप ने झांसा दिया कि दिल्ली में एक हिमांशु गुप्ता नाम का उसका दोस्त है जिसपर पैसा दाेगुना करने की स्कीम है। उसके बाद प्रदीप ने उन व्यक्तियों से कराई जिन्होने अपने नाम हिमांशु गुप्ता और विशाल श्रीवास्तव एवं एक व्यक्ति ने अपना नाम तिवारी जी तथा एक अन्य ने दीपक सिंह बताया। 21 जुलाई को डबरा में मनीष के करीबी मोनू शर्मा के यहां सभी मिले और हिमांशु पांच लाख रूपये ले गया।
ग्वालियर के डबरा में दर्ज हुआ मुकदमा, ठगों की तलाश में जुटी पुलिस
अगली मीटिंग ताजनगरी स्थित एक सितारा होटल में हुई जहां तिवारी जी और हिमांशु आये। यहां मनीष व राजेंद्र शर्मा पहुंचे तो यहां यह लोग बोले की जल्दी दूसरे सितारा होटल में चलो यहां दिक्कत है। पैसों को दो बैगों में शिफ्ट करो। दूसरे सितारा होटल के 355 नंबर कमरे में यह पूरी बात हुई जहां यह सभी झगड़ने का नाटक करने लगे।
दूसरे कमरे में मनीष व राजेंद्र को बैठा दिया और थोड़ी देर बाद देखा तो सभी नोटों भरे बैग सहित गायब हो चुके थे। मनीष के मुताबिक बैगों में 50 लाख रूपये थे। इस मामले में हिमांशु गुप्ता, अभिषेक,तिवारी जी व एक अन्य पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
एक कहानी यह भी: नकली नोटों का रैकेट संभव
चर्चा यह भी है कि पुलिस ने रियल स्टेट कारोबार के नाम पर रकम दोगुने का झांसा देना बताया है लेकिन मामला नकली नोट गैंग से जुड़ा है। ठगों ने यह झांसा दिया था कि उनके पास नोटों की डाई है जिससे वह जो पैसा फरियादी देगा उसी सीरियल नंबर के नोट छापकर देंगे। वहीं इसमें मनीष शर्मा काे फरियादी बनाया गया है जबकि पैसा कई पार्टनराें का भी था। पुलिस के पास फुटेज भी आरोपितों के आ चुके हैं।
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