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    Vastu Tips: घर की इस दिशा में लगाएं शमी का पौधा, खिंची चली आएगी सुख-समृद्धि

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 07:30 PM (IST)

    शमी का पौधा हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में अत्यंत शुभ माना जाता है। ये घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। इसे सही दिशा में या मुख्य द्वार से बाहर की ओर ...और पढ़ें

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    Vastu Tips: इस पौधे से दूर होगा शनि दोष (AI-generated image)

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    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में पौधों का विशेष महत्व बताया गया है। कुछ पौधे न केवल वातावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली भी लाते हैं। इन्हीं में से एक अत्यंत प्रभावशाली और पवित्र पौधा है, जिसका नाम है 'शमी'। शमी का पौधा घर में लगाने से न केवल शनि देव की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि भगवान शिव का आशीर्वाद भी मिलता है।

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    धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है कि शास्त्रों में शमी के पौधे को बहुत ही शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस पौधे में साक्षात शनि देव का वास होता है। इसके साथ ही, शमी के पत्ते भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं। अगर नियमित रूप से भगवान शिव पर शमी के पत्र अर्पित किए जाएं, तो जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। घर में इसे लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

    किस दिशा में लगाएं शमी का पौधा?

    वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी भी पौधे का पूर्ण लाभ तभी मिलता है जब उसे सही दिशा में लगाया जाए। शमी के पौधे के लिए निम्नलिखित दिशाओं का ध्यान रखना अनिवार्य है:

    Shami Plant

    दक्षिण दिशा: शमी के पौधे को घर की बालकनी, आंगन या छत पर 'दक्षिण दिशा' में लगाना सबसे शुभ माना जाता है।

    घर के बाहर: यदि आप इसे घर के मुख्य द्वार पर लगा रहे हैं, तो इसे इस तरह लगाएं कि घर से बाहर निकलते समय यह आपके दाहिनी ओर हो।

    घर के अंदर वर्जित: ध्यान रखें कि शमी के पौधे को कभी भी घर के कमरों के अंदर नहीं लगाना चाहिए। इसे हमेशा खुले स्थान जैसे छत या बालकनी में ही रखें।

    सावधानियां और विशेष नियम शमी का पौधा लगाते समय कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी है, वरना इसके विपरीत प्रभाव भी पड़ सकते हैं-

    तुलसी से दूरी: भगवान शिव की पूजा में तुलसी वर्जित है, जबकि शमी उन्हें प्रिय है। इसलिए वास्तु के अनुसार, शमी और तुलसी के पौधे को कभी भी बिल्कुल पास-पास नहीं लगाना चाहिए।

    स्वच्छता का ध्यान: जहां शमी का पौधा लगा हो, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। पौधे के पास कूड़ा-कचरा, जूते-चप्पल या फटे-पुराने कपड़े न रखें। गंदगी होने से इसका सकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है।

    शनि दोष से राहत: जिन जातकों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, उन्हें नियमित रूप से शमी के पौधे के पास सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे शनि देव की प्रतिकूल दशा में राहत मिलती है।

    शमी का पौधा केवल एक वनस्पति नहीं, बल्कि सौभाग्य का प्रतीक है। यदि इसे सही वास्तु नियमों के साथ घर में स्थापित किया जाए और श्रद्धापूर्वक इसकी देखभाल की जाए, तो यह परिवार को मानसिक शांति, आर्थिक लाभ और ईश्वरीय सुरक्षा प्रदान करता है। शनिवार के दिन इस पौधे की विशेष पूजा करना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।