Sawan 2025 Date: कब से शुरू हो रहा सावन? नोट करें सोमवारी और मंगला गौरी व्रत की सही डेट
धार्मिक मत है कि देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शीघ्र विवाह के लिए सावन (Sawan 2025 Date) महीने में भगवान शिव की पूजा और सावन सोमवार का व्रत रखने की सलाह देते हैं। इस व्रत को करने से विवाहित महिलाओं के सौभाग्य में वृद्धि होती है। वहीं अविवाहित जातकों की जल्द शादी हो जाती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन का महीना देवों के देव महादेव (Lord Shiva) को समर्पित होता है। इस महीने में रोजाना भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। वहीं, सावन सोमवार पर भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन सावन सोमवार का व्रत भी रखा जाता है। इस शुभ अवसर पर देवों के देव महादेव का जलाभिषेक किया जाता है।
सनानत शास्त्रों में निहित है कि देवशयनी एकादशी के दिन से जगत के पालनहार भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करने चले जाते हैं। वहीं, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं। इस दौरान चातुर्मास रहता है। चातुर्मास के दौरान सृष्टि का संचालन महादेव करते हैं। भगवान शिव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए, सावन शुरू होने की सही डेट (Sawan 2025 Start Date), सावन सोमवारी व्रत, मंगला गौरी व्रत और रक्षाबंधन की सही डेट जानते हैं।
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सावन शुभ मुहूर्त (Sawan 2025 Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, गुरुवार 10 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है। इसके अगले दिन से सावन महीने की शुरुआत होगी। आसान शब्दों में कहें तो 11 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत होगी। आषाढ़ पूर्णिमा 11 जुलाई को देर रात 02 बजकर 06 मिनट से शुरू होगी। वहीं, 12 जुलाई को देर रात 02 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इसके लिए 11 जुलाई से सावन महीना शुरू होगा।
सावन शुभ मुहूर्त (Sawan 2025 Shubh Yoga)
सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर शिववास योग का संयोग बन रहा है। इस शुभ अवसर पर देवों के देव महादेव कैलाश पर जगत की देवी मां पार्वती के साथ विराजमान रहेंगे। इस दौरान भगवान शिव की पूजा एवं जलाभिषेक करने से साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होगी। साथ ही मनचाहा वरदान मिलेगा।
कब से शुरू है सावन?
ज्योतिषियों की मानें तो 10 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है। इसके अगले दिन से सावन का महीना शुरू होगा। सावन महीने की पहली सोमवारी का व्रत 14 जुलाई को रखा जाएगा। इसके बाद क्रमशः 21 जुलाई को दूसरी सोमवारी, 28 जुलाई को तीसरी सोमवारी का व्रत रखा जाएगा। वहीं, 04 अगस्त को चौथी और अंतिम सोमवारी का व्रत रखा जाएगा। 09 अगस्त को सावन पूर्णिमा है। इस दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा।
सोमवार व्रत दिनांक :-
सोमवार 14 जुलाई- प्रथम सोमवार
सोमवार 21 जुलाई- द्वितीय सोमवार
सोमवार 28 जुलाई- तृतीय सोमवार
सोमवार 04 अगस्त- चतुर्थ सोमवार
मंगला गौरी व्रत दिनांक :-
मंगलवार 15 जुलाई- प्रथम मंगला गौरी व्रत
मंगलवार 22 जुलाई- द्वितीय मंगला गौरी व्रत
मंगलवार 29 जुलाई- तृतीय मंगला गौरी व्रत
मंगलवार 05 अगस्त- चतुर्थ मंगला गौरी व्रत
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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