Shani Gochar 2025: मेष राशि के जातक मार्च महीने से करें ये उपाय, आने वाली परेशानियां होंगी दूर
मार्च महीने में न्याय के देवता शनिदेव राशि परिवर्तन (Shani Gochar 2025) करेंगे। वहीं मई महीने में मायावी ग्रह राहु और केतु राशि परिवर्तन करेंगे। इसी महीने में देवगुरु बृहस्पति 14 मई को वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। राहु-केतु के राशि परिवर्तन से मीन और कन्या राशि के जातकों को मायावी ग्रह से मुक्ति मिल जाएगी।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। न्याय के देवता शनिदेव चैत्र अमावस्या के दिन राशि परिवर्तन करेंगे। वर्तमान समय में शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं। वहीं, चैत्र अमावस्या के दिन शनिदेव (Shani Gochar 2025) कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। शनिदेव के मीन राशि में गोचर करने से कई राशि के जातकों को शनि की बाधा से मुक्ति मिलेगी। वहीं, मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती शुरू होगी। इससे जीवन में विषम परिस्थिति पैदा हो सकती है। अगर आप भी मेष राशि के जातक हैं, तो साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करने के लिए मार्च महीने से ये उपाय जरूर करें।
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शनि गोचर 2025
शनिदेव न्याय के देवता और कर्मफल दाता हैं। शनिदेव 29 मार्च को रात 11 बजकर 01 मिनट पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। वहीं, कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। जबकि, मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा और सिंह और धनु राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या प्रारंभ होगा।
उपाय
- मेष राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य हनुमान जी हैं। अतः रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी की पूजा करने से शनि की बाधा दूर होती है।
- हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय (पुरुष) हनुमान जी को एक चुटकी सिंदूर अर्पित करें।
- शनिदेव की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन पूजा के समय रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करें। इस उपाय को करने से हर परेशानी दूर होती है।
- न्याय के देवता शनिदेव की गिनती महादेव के प्रमुख भक्तों में की जाती है। अतः भगवान शिव की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर बरसती है।
- शनि की बाधा दूर करने के लिए सोमवार और शनिवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद गंगाजल या सामान्य जल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से साढ़ेसाती का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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