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    Ram Mandir: अभिजीत मुहूर्त में होगी राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा, जानें इससे जुड़ी सभी अपडेट्स

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 10:57 AM (IST)

    आज राम मंदिर (Ram Mandir) के पहले तल पर रामदरबार विराजमान होंगे। अभिजीत मुहूर्त और और स्थिर लग्न में रामदरबार समेत मंदिर परिसर के सात अन्य मंदिरों की भी प्राण प्रतिष्ठा (Ram Darbar Pran Pratishtha) की जाएगी तो आइए इससे जुड़ी सभी प्रमुख बातों को इस आर्टिकल में जानते हैं।

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    Ram Darbar Pran Pratishtha: रामदरबार की प्राण प्रतिष्ठा।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या नगरी में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) के पहले तल पर रामदरबार विराजमान होंगे। आज यानी 5 जून को अभिजीत मुहूर्त और और स्थिर लग्न में रामदरबार समेत मंदिर परिसर के सात अन्य मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Darbar Pran Pratishtha) की जाएगी। इस भव्य आयोजन का भक्तों को लंबे समय से इंतजार था। वहीं, इस स्वर्णिम लम्हें के गवाह मुख्य अतिथि के रूप में UP के सीएम योगी बनेंगे, जिसे पूरा कराने के लिए अयोध्या और काशी के 101 आचार्य भी आए हुए हैं, तो आइए इस आर्टिकल में धार्मिक अनुष्ठान से जुड़ी कुछ प्रमुख बातों को जानते हैं।

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    रामदरबार की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Darbar Pran Pratishtha Shubh Muhurat)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। ऐसे में मंत्रोच्चार और विधि विधान के साथ अभिजीत महूर्त में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

    प्राण प्रतिष्ठा के लिए अभिजीत मुहूर्त ही क्यों? (Abhijit Muhurat Hee Kyon?)

    राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अभिजीत मुहूर्त तय किया गया है, जिसके पीछे की मान्यता भी थोड़ी खास है। दरअसल, ऐसा कहते हैं कि भगवान राम का जन्म द्वापर युग में अभिजीत मुहूर्त के दौरान ही हुआ था। इसलिए ही राम दरबार की स्थापना के लिए यह शुभ मुहूर्त चुना गया है।

    इनकी भी होगी प्राण प्रतिष्ठा

    • ईशान कोण शिवलिंग 
    • अग्निकोण श्रीगणेश 
    • दक्षिण मध्य महाबली हनुमान 
    • नैऋत्य कोण सूर्य देव 
    • वायव्य कोण मां भगवती 
    • उत्तर मध्य मां अन्नपूर्णा 
    • मुख्य मंदिर प्रथम तल श्रीराम दरबार 
    • दक्षिण पश्चिम परकोटा शेषावतार।

    राम दरबार में होंगे ये भगवान

    राम दरबार में भगवान राम, मां सीता, वीर हनुमान लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न की प्रतिमाएं विराजमान होंगी। इनकी स्थापना मंदिर की पहले तल पर होगी। इसके अलावा अन्य छह मंदिरों की भी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।