Pitru Dosha Causes: किन कारणों से लगता है पितृ दोष? यहां जानिए पहचान के तरीके और उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में कई तरह के दोष देखने को मिलते हैं जिसमें पितृ दोष (Pitru Dosha Causes) भी शामिल है। पितृ दोष के कारण व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के उपायों की मदद से इस दोष से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं पितृ दोष किन वजहों से लगता है?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है। इसमें पितृ दोष से छुटकारा पाने के उपायों के बारे में विस्तार से बताया गया है। पितृ दोष की वजह से व्यक्ति को जीवन में बुरे परिणाम का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए हम आपको बताएंगे कि पितृ की वजह और इससे छुटकारा पाने के उपाय के बारे में।
ये है वजह (Pitru Dosha Causes)
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर और परिवार में किसी की मृत्यु हो जाने के बाद उसका अंतिम संस्कार या तर्पण न करने से पितृ दोष लगता है। इसकी वजह से उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलती है।
- इसके अलावा बरगद, पीपल और नीम के पेड़ को काटने से भी व्यक्ति को जीवन में पितृ दोष की समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी पितृ दोष से पीड़ित है, तो ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में वर्णित उपाय जरूर करें। इससे पितरों को शांति प्राप्त होगी।
यह भी पढ़ें: Pitru Dosh Upay: पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए उपाय के साथ-साथ करें इन मंत्रों का जप
पितृ दोष के लक्षण (Pitru Dosha Symtoms)
- पितृ दोष लगने पर कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं।
- पितृ दोष के दौरान घर और परिवार में किसी का बीमार पड़ना।
- घर और परिवार में क्लेश की समस्या।
- कारोबार में नुकसान का होना।
- संतान प्राप्ति में कठिनाई का सामना करना।
- किसी काम में बार-बार बाधा आना।
- तुलसी के पौधे का सुख जाना
- जीवन में अधिक मेहनत करने के बाद सफलता न मिलना।
- सपने में पितरों को देखना।
- विवाह में रुकावट आना।
(Pic Credit-Freepik)
पितृ दोष के उपाय (Pitru Dosha Upay)
- पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए अमावस्या का दिन खास माना जाता है। अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करें। इसके बाद जल में काले तिल मिलाकर पितरों को अर्पित करें। पितरों को शांति प्राप्ति के लिए कामना करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से पितृ दोष खत्म होता है और रुके हुए काम जल्द पूरे होते हैं।
- पितरों को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन स्नान करने के बाद भगवान शिव का अभिषेक करें। साथ ही अन्न और धन का दान करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है और पितृ दोष से छुटकारा मिलता है।
- अमावस्या के दिन श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों या मंदिर में गुड़, धन और कपड़ों का दान करें। साथ ही भगवान के नाम का ध्यान करें। इससे रुके हुए धन की प्राप्ति होगी और पितरों की कृपा प्राप्त होगी।
यह भी पढ़ें: Pitra Dosh: पितृ दोष की वजह से व्यक्ति को झेलनी पड़ती है कई परेशानी, जानिए मुक्ति के उपाय
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।