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    Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या के दिन आजमाएं ये उपाय, कालसर्प दोष होगा दूर

    Updated: Tue, 21 Jan 2025 10:27 AM (IST)

    पंचांग के अनुसार माघ माह की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2025) के रूप में मनाया जाता है। सनातन शास्त्रों में अमावस्या तिथि पर गंगा स्नान और दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। धार्मिक मान्यता है कि इन शुभ कामों को करने से जीवन में सफलता के रास्ते खुलते हैं। इस दिन कालसर्प दोष को खत्म करने के लिए उपाय भी किए जाते हैं।

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    Mauni Amavasya 2025: ऐसे दूर करें कालसर्प दोष

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2025) के दिन मौन व्रत किया जाता है। साथ ही जगत के पालनहार भगवान विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना की जाती है। इससे व्यक्ति की आत्मा शुद्ध होती है और मन काबू में होता है। साथ ही विधिपूर्वक पितरों का तर्पण करने से पूर्वजों को शांति मिलती है। ज्योतिष मौनी अमावस्या के दिन पितरों को प्रसन्न और सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए उपाय करने की सलाह देते हैं।

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    कुंडली में कालसर्प दोष होने से जीवन की समस्याएं बढ़ती हैं। ज्योतिषियों के अनुसार, कालसर्प दोष (Kaal Sarp Dosh Ke Upay) को अशुभ माना जाता है। इस दोष की वजह से घर-परिवार से लेकर करियर समेत आदि कामों में कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप भी कालसर्प दोष का सामना कर रहे हैं और इससे छुटकारा पाने के लिए उपाय खोज रहे हैं, तो ऐसे में हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कालसर्प दोष से जुड़े उपायों के बारे में।  

    Pic Credit -Freepik

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    करें ये उपाय

    • मौनी अमावस्या के दिन सुबह स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना करें। साथ ही सच्चे मन से महामृत्युंज मंत्र का जप करें। इसके अलावा संजीवनी मंत्र का भी जप कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से कालसर्प दोष दूर होता है।
    • अगर आप कालसर्प दोष का सामना कर रहे हैं, तो मौनी अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें। ज्योतिषियों के अनुसार, श्रीहरि की उपासना करने से कालसर्प दोष खत्म होता है। साथ ही पूजा के समय विधिपूर्वक विष्णु चालीसा का पाठ करें।
    • मौनी अमावस्या के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि इसका पाठ करने से कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है। साथ ही हनुमान जी को चोला अर्पित करें और बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।
    • इसके अलावा रोजाना अपने कुलदेवता या देवी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। साथ ही महादेव का ध्यान करें और शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।  

     

    कुंडली में कब बनता है कालसर्प दोष?

    ज्योतिष गणना के अनुसार, कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह आने पर कालसर्प दोष बनता है। इस दोष से छुटकारा पाने के लिए किसी ज्योतिष की सलाह देते हैं। कालसर्प दोष को खत्म को करने के लिए मौनी अमावस्या का दिन शुभ माना जाता है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।