Masik Krishna Janmashtami 2025: अप्रैल में कब है मासिक कृष्ण जन्माष्टमी? जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त
हर महीने में मासिक कृष्ण जन्माष्टमी (Masik Krishna Janmashtami 2025) का पर्व मनाया जाता है। इस खास अवसर पर भक्त भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) और राधा रानी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही अन्न और धन समेत आदि चीजों का दान करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार इन चीजों का दान करने से शुभ फल मिलता है और भगवान श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान श्री कृष्ण का अवतरण हुआ था। इसलिए हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी (Masik Krishna Janmashtami 2025) का पर्व मनाया जाता है। इस तिथि को भगवान कृष्ण और राधा रानी की पूजा-अर्चना करने के लिए शुभ माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अप्रैल के महीने की मासिक कृष्ण जन्माष्टमी की डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में।
मासिक जन्माष्टमी 2025 शुभ मुहूर्त (Masik Krishna Janmashtami 2025 Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 20 अप्रैल को शाम 07 बजे से शुरू होगी और अगले दिन यानी 21 अप्रैल को शाम 06 बजकर 58 पर तिथि खत्म होगी। ऐसे में मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 20 अप्रैल को मनाया जाएगा।
पंचांग
सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 50 मिनट पर
चंद्रोदय - देर रात 01 बजकर 28 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 22 मिनट से 05 बजकर 06 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 49 मिनट से शाम 07 बजकर 11 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 58 मिनट से देर रात 12 बजकर 42 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक
अमृत काल - सुबह 06 बजकर 43 मिनट से 08 बजकर 24 मिनट तक
(Pic Credit-Freepik)
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मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पूजा विधि (Masik Krishna Janmashtami Puja Vidhi)
- मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़ें पहने।
- सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
- जल, दही और दूध समेत आदि चीजों के द्वारा लड्डू गोपाल को स्नान करवाएं।
- वस्त्र पहनांए और तिलक करें।
- फूलमाला अर्पित करें।
- देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें और मंत्रों का जप करें।
- फल और मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।
- आखिरी में लोगों में दान करें।
भगवान श्रीकृष्ण के मंत्र
1. ॐ कृष्णाय नमः
2. हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ।।
3. ॐ श्री कृष्णः शरणं ममः
4. ॐ देव्किनन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात
5. ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णाया कुण्ठमेधसे।
सर्वव्याधि विनाशाय प्रभो माममृतं कृधि।।
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