Kalashtami पर राशि अनुसार करें इन मंत्रों का जप, खुल जाएगा किस्मत का पिटारा
ज्योतिषियों की मानें तो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि (Kalashtami 2025) पर शिववास एवं द्विपुष्कर योग का संयोग बन रहा है। द्विपुष्कर योग में काल भैर ...और पढ़ें

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कालाष्टमी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर काल भैरव देव की पूजा की जाती है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
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धर्मिक मत है कि कालाष्टमी के दिन काल भैरव देव की पूजा एवं साधना करने से साधक के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। इस शुभ अवसर पर साधक श्रद्धा भाव से काल भैरव देव की पूजा एवं उपासना करते हैं। अगर आप भी काल भैरव देव की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो कालाष्टमी (Kalashtami 2025 Puja Vidhi) पर भक्ति भाव से भगवान शिव के रौद्र रूप की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय राशि अनुसार इन मंत्रों का जप करें।
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राशि अनुसार मंत्र जप
- मेष राशि के जातक कालाष्टमी के दिन 'ॐ ह्रीं भैरवाय नम:' मंत्र का जप करें।
- वृषभ राशि के जातक काल भैरव देव की पूजा के समय 'ॐ ह्रीं विराजे नम:' मंत्र का जप करें।
- मिथुन राशि के जातक कालाष्टमी के दिन 'ऊँ लक्ष्म्यै नमः' मंत्र का जप करें।
- कर्क राशि के जातक भगवान शिव की पूजा करते समय 'ऊँ वसुधायै नमः' मंत्र का जप करें।
- सिंह राशि के जातक कालाष्टमी के शुभ दिन 'ॐ ह्रीं क्षत्रियाय नम:' मंत्र का जप करें।
- कन्या राशि के जातक काल भैरव देव की पूजा के समय 'ॐ ह्रीं कवये नम:' मंत्र का जप करें।
- तुला राशि के जातक कालाष्टमी के दिन 'ॐ ह्रीं त्रिनेत्राय नम:' मंत्र का जप करें।
- वृश्चिक राशि के जातक काल भैरव देव की पूजा के समय ' ॐ ह्रीं क्षेत्रज्ञाय नम:' मंत्र का जप करें।
- धनु राशि के जातक कालाष्टमी के दिन 'ॐ ह्रीं कालाय नम:' मंत्र का जप करें।
- मकर राशि के जातक कालाष्टमी के शुभ अवसर पर 'ॐ ह्रीं कलानिधये नम:' मंत्र का जप करें।
- कुंभ राशि के जातक कालाष्टमी के दिन पूजा के समय 'ॐ ह्रीं भिक्षुकाय नम:' मंत्र का जप करें।
- मीन राशि के जातक काल भैरव देव की पूजा के समय 'ॐ ह्रीं बटुकाय नम:' मंत्र का जप करें।
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