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    Gupt Navratri 2025 Date: कब से शुरू हो रहे गुप्त नवरात्र? यहां पता करें डेट और शुभ मुहूर्त

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Wed, 21 May 2025 05:11 PM (IST)

    जगत की देवी मां दुर्गा की महिमा निराली है। अपने भक्तों के सभी दुख हर लेती हैं। साथ ही पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सुख प्रदान करती हैं। भक्तजन श्रद्धा भाव से नवरात्र (Gupt Navratri 2025 Date) के दौरान देवी मां दुर्गा की पूजा करते हैं। इस दौरान दान-पुण्य भी किया जाता है।

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    Gupt Navratri 2025 Date: गुप्त नवरात्र का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र मनाया जाता है। इन नौ दिनों में जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा और दस महाविद्याओं की देवी की पूजा की जाती है। साथ ही विशेष कामों में सफलता एवं सिद्धि पाने के लिए निमित्त व्रत रखा जाता है। देवी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सभी प्रकार के दुख एवं संकटों से मुक्ति मिलती है। आइए, गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri 2025) की सही डेट एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-

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    शुभ मुहूर्त (Gupt Navratri 2025 Start and End Date)

    वैदिक पंचांग के अनुसार,  गुरुवार 25 जून को शाम 04 बजे  से आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इसके लिए 26 जून से गुप्त नवरात्र की शुरुआत होगी। वहीं, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का समापन 26 जून को दोपहर 01 बजकर 24 मिनट पर होगा।

    घटस्थापना समय

    वैदिक गणना अनुसार, 26 जून को घटस्थापना का समय सुबह 05 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक है। इसके साथ ही सुबह 11 बजकर 56 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट के मध्य अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना कर सकते हैं। इन दो शुभ योग में कलश स्थापना कर देवी मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।

    शुभ योग

    गुप्त नवरात्र के पहले दिन यानी घटस्थापना तिथि पर ध्रुव योग का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग का भी संयोग है। इन योग में देवी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही जीवन में सुखों का आगमन होगा।

    पंचांग

    • सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 25 मिनट पर
    • सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 23 मिनट पर
    • चंद्रोदय- सुबह 05 बजकर 54 मिनट पर
    • चंद्रास्त- रात 08 बजकर 38 मिनट पर
    • ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 05 मिनट से 04 बजकर 45 मिनट तक
    • विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 39 मिनट तक
    • गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 21 मिनट से 07 बजकर 42 मिनट तक
    • निशिता मुहूर्त- देर रात 12 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।