Ganga Dussehra 2023: कार्य और आर्थिक क्षेत्र में उन्नति पाने के लिए आज के दिन करें ये अचूक उपाय
Ganga Dussehra 2023 हिन्दू धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व है। इस विशेष दिन पर मां गंगा की उपासना करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं और साधक को सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है।

नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Ganga Dussehra 2023 Puja Upay: शास्त्र एवं वेदों में मां गंगा के अवतरण से जुड़ी कई कथाएं बताई गई हैं। साथ ही यह बताया है कि मां गंगा धरती कब और कैसे आईं? धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गंगा माता का धरती पर अवतरण ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन हुआ था। इसलिए इस दिन पर गंगा दशहरा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
पंचांग के अनुसार, इस वर्ष गंगा दशहरा पर्व आज यानी 30 मई 2023, मंगलवार (Ganga Dussehra 2023 Date) के दिन मनाया जा रहा है। इस विशेष दिन पर स्नान-दान और पूजा-पाठ करने से जीवन में आ रही कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। साथ ही इस दिन ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ उपायों का पालन करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। आइए पढ़ते हैं कुछ ऐसे उपाय जिनसे मिलता है व्यक्ति को लाभ।
सुख शांति के लिए
घर एवं परिवार में सुख और शांति के लिए गंगा दशहरा के दिन पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें और एक नारियल पर काला धागा लपेटकर शिवलिंग के समीप रख दें। यह कार्य भगवान शिव का अभिषेक करने के बाद ही करें और धागे की लंबाई साधक के लंबाई के बराबर हो इस बात का ध्यान रखें। ऐसा करने से जीवन में सुख एवं समृद्धि का आगमन होता है।
आर्थिक उन्नति के लिए
आर्थिक क्षेत्र में उन्नति के लिए गंगा दशहरा के दिन घर या किसी मन्दिर परिसर में अनार का पौधा जरूर लगाएं। पौधा लगाने के बाद उस मिट्टी को एक घड़े में भरें और उसमें गंगाजल डाल लें। फिर उस घड़े को ढक कर दक्षिण दिशा में रख दें। ऐसा करने के कुछ देर बाद उस घड़े को दान कर दें।
कष्टों से मुक्ति के लिए
कष्ट एवं दोष से मुक्ति के लिए गंगा दशहरा के दिन किए गए दान का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन स्नान-ध्यान के बाद जल से भरा घड़ा, फल, गुड़, पंखा, छाता, सुपारी इत्यादि का दान करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
कार्यक्षेत्र में उन्नति के लिए
गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन गंगा स्नान करें और ऐसा यदि संभव न हो तो पानी में कुछ बूंद गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इसके बाद तांबे के लौटे में जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य प्रदान करें। ऐसा करने से सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती और कार्यक्षेत्र में उन्नति के अवसर प्राप्त होते हैं।
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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