Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ganesh Chaturthi की पूजा में करें इस स्तोत्र का पाठ, आर्थिक तंगी की समस्या होगी दूर

    धार्मिक मत है कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश का अवतरण हुआ है। इसलिए इस तिथि पर गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2025) का पर्व मनाया जाता है। इस दिन घरों का भगवान गणेश को विराजमान किया जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर गणपति बप्पा को कैसे करें प्रसन्न

    By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Mon, 25 Aug 2025 11:37 AM (IST)
    Hero Image
    Ganesh Chaturthi 2025: कैसे करें गणपति बप्पा को प्रसन्न?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 27 अगस्त (Ganesh Chaturthi 2025) को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही मोदक और फल समेत आदि चीजों का भोग लगाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान गणेश की उपासना करने से सभी बिगड़े काम पूरे होते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अगर आप भी गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो गणेश चतुर्थी के दिन ऋणमुक्ति गणेश स्तोत्र का पाठ करें। इस स्तोत्र का पाठ करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और आर्थिक तंगी दूर होती है। आइए पढ़ते हैं ऋणमुक्ति गणेश स्तोत्र।

    ॥ ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम् ॥

    ॐ स्मरामि देवदेवेशंवक्रतुण्डं महाबलम्।

    षडक्षरं कृपासिन्धुंनमामि ऋणमुक्तये॥

    महागणपतिं वन्देमहासेतुं महाबलम्।

    एकमेवाद्वितीयं तुनमामि ऋणमुक्तये॥

    एकाक्षरं त्वेकदन्तमेकंब्रह्म सनातनम्।

    महाविघ्नहरं देवंनमामि ऋणमुक्तये॥

    शुक्लाम्बरं शुक्लवर्णंशुक्लगन्धानुलेपनम्।

    सर्वशुक्लमयं देवंनमामि ऋणमुक्तये॥

    रक्ताम्बरं रक्तवर्णंरक्तगन्धानुलेपनम्।

    रक्तपुष्पैः पूज्यमानंनमामि ऋणमुक्तये॥

    कृष्णाम्बरं कृष्णवर्णंकृष्णगन्धानुलेपनम्।

    कृष्णयज्ञोपवीतं चनमामि ऋणमुक्तये॥

    पीताम्बरं पीतवर्णपीतगन्धानुलेपनम्।

    पीतपुष्पैः पूज्यमानंनमामि ऋणमुक्तये॥

    सर्वात्मकं सर्ववर्णंसर्वगन्धानुलेपनम्।

    सर्वपुष्पैः पूज्यमानंनमामि ऋणमुक्तये॥

    एतद् ऋणहरं स्तोत्रंत्रिसन्ध्यं यः पठेन्नरः।

    षण्मासाभ्यन्तरे तस्यऋणच्छेदो न संशयः॥

    सहस्रदशकं कृत्वाऋणमुक्तो धनी भवेत्॥

    गणेश मंत्र

    1. वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ।

    निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।

    2. वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ।

    निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।

    3. ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं चिरचिर गणपतिवर वर देयं मम वाँछितार्थ कुरु कुरु स्वाहा ।

    4. ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।

    5. ॐ एकदन्ताय विद्धमहे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥

    ऐसे करें गणपति बप्पा को प्रसन्न

    भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी स्नान करने के बाद घर और मंदिर की साफ-सफाई करें। इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। दीपक जलाकर पूजा करें। भगवान गणेश दूर्वा, लाल फूल और सिंदूर चढ़ाएं। प्रभु से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। मंत्रों का जप करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन में आने वाले सभी दुख और संकट दूर होते हैं। साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है।

    इन बातों का रखें ध्यान

    • गणेश चतुर्थी के दिन भूलकर भी काले रंग के कपड़े नहीं धारण करने चाहिए।
    • किसी के बारे में गलत न सोचें।
    • घर और मंदिर की साफ सफाई का खास ध्यान रखें।
    • किसी से वाद-विवाद न करें।
    • गणेश उत्सव के दौरान तामसिक भोजन का सेवन न करें।

    यह भी पढ़ें- Ganesh Chaturthi 2025: वास्तु के अनुसार घर में गणेश जी की मूर्ति कैसे स्थापित करें?

    यह भी पढ़ें- Ganesh Utsav 2025: लोकमान्य तिलक ने किया था राष्ट्रवाद का श्रीगणेश, 132 वर्षों बाद भी बरकरार है परंपरा

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्नमाध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।