Dhanu Sankranti 2025: क्या है धनु संक्रांति, कितनी रहेगी गोचर की अवधि, जानिए कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब
आज यानी 16 दिसंबर 2025 को सूर्य देव धनु राशि (Sun Transit in Sagittarius 2025) में प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे में इस गोचर से संबंधित लोगों के मन में कई स ...और पढ़ें
-1765883621846.webp)
Dhanu Sankranti 2025 क्या है इस अवधि का महत्व
आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार धनु संक्रांति (Dhanu Sankranti 2025 date) एक महत्वपूर्ण अवधि है, क्योंकि इससे खरमास की शुरुआत हो जाती है। इस अवधि को सूर्य देव की कृपा प्राप्ति के लिए उत्तम माना गया है। साथ ही इस दौरान कई तरह के नियमों का भी ध्यान रखा जाता है, ताकि जातक को इससे अच्छे परिणाम मिले।
प्रश्न 1 - यह गोचर क्या है?
उत्तर - वैदिक ज्योतिष के अनुसार 16 दिसंबर 2025 (Dhanu Sankranti date 2025) को सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर चुके हैं। इसे खरमास या धनु मास कहा जाता है।
प्रश्न 2 - यह महत्वपूर्ण क्यों है?
उत्तर - सूर्य आत्मा, अधिकार और ऊर्जा का प्रतीक है। धनु राशि बृहस्पति के अधीन है, जो ज्ञान और धर्म का संकेत देती है। यह गोचर (Sun transit Sagittarius) भौतिक चीजों से अधिक आध्यात्म, शिक्षा, दान और आत्मचिंतन पर जोर देता है।
प्रश्न 3 - शुभ कार्य क्यों नहीं किए जाते?
उत्तर - खरमास में सूर्य की ऊर्जा को शांत माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार विवाह, गृह प्रवेश और नए व्यापार जैसे शुभ कार्य टाले जाते हैं। यह परंपरा आस्था पर आधारित है, अनिवार्य नहीं।

(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
प्रश्न 4 - इस दौरान क्या करना उचित है?
उत्तर - प्रार्थना, उपवास, दान, मंदिर दर्शन और धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन। यह गोचर (Gochar period significance) सरल जीवन और आध्यात्मिक अनुशासन को बढ़ावा देता है।
प्रश्न 5 - गोचर की अवधि क्या है?
उत्तर - यह गोचर लगभग 30 दिनों तक, 16 दिसंबर 2025 से 14 जनवरी 2026 तक रहेगा।
-1765883060099.jpg)
(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
प्रश्न 6 - शुभ कार्य कब शुरू होंगे?
उत्तर - मकर संक्रांति के बाद, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे और उत्तरायण आरंभ होगा, तभी से शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। 14 जनवरी 2026 को खरमास समाप्त हो जाएगा। लेकिन पूरी जनवरी में विवाह के लिए योग नहीं है।
निष्कर्ष -
धनु राशि में सूर्य गोचर आध्यात्मिक संतुलन, नैतिक आचरण और अनुशासित कर्म को बढ़ावा देता है। इस समय भौतिक शुरुआतों से बचा जाता है, लेकिन यह आत्मिक विकास, ज्ञान और लंबे समय की स्पष्टता के लिए एक शक्तिशाली अवसर देता है।
यह भी पढ़ें- Surya Gochar 2025: सूर्य के धनु राशि में गोचर से सिंह से वृश्चिक राशि वालों के जीवन में आएंगे ये बदलाव
यह भी पढ़ें- Surya Gochar 2025: सूर्यदेव ने धनु राशि में किया गोचर, यहां पढ़ें मेष से कर्क राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव?
लेखक: श्री आनंद सागर पाठक, Astropatri.com, प्रतिक्रिया के लिए लिखें: hello@astropatri.com

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।