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    Chandra Mantra: रोजाना पूजा के समय करें इन मंत्रों का जप, मानसिक तनाव से जल्द मिलेगी निजात

    धार्मिक मत है कि भगवान शिव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। इसके साथ ही कुंडली में चंद्रमा भी मजबूत होता है। चंद्र देव की कृपा से जातक को जीवन में मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। ज्योतिष प्रेम विवाह के लिए चंद्र देव की उपासना (Chandra Mantra) करने की सलाह देते हैं।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Tue, 03 Dec 2024 03:56 PM (IST)
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    Chandra Mantra: चंद्र देव को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है। कुंडली में चंद्रमा मजबूत होने से जातक को सकारात्मक लाभ मिलता है। हर शुभ कार्य में सफलता मिलती है। मन प्रसन्न रहता है। मां की सेहत अच्छी रहती है। वहीं, कमजोर चंद्रमा के चलते जातक को मानसिक तनाव की समस्या होती है। स्मरण शक्ति कमजोर होती है। इसके साथ ही घर में पानी की कमी होने लगती है। ज्योतिषियों की मानें तो चंद्र देव की पूजा करने से जातक को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। अगर आप भी तनाव से निजात पाना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन भगवान शिव संग चंद्र देव की पूजा करें। वहीं, रोजाना पूजा के समय इन मंत्रों का जप करें। चंद्र देव के नामों (Chandra Mantra) का जप करने से तनाव की समस्या दूर हो जाती है।

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    चंद्र देव के 108 नाम

    1. ॐ द्युतिलकाय नमः

    2. ॐ द्विजराजाय नमः

    3. ॐ ग्रहाधिपाय नमः

    4. ॐ ग्रसितार्काय नमः

    5. ॐ ग्रहमंडलमध्यस्थाय नमः

    6. ॐ मेरुगोत्रप्रदक्षिणाय नमः

    7. ॐ दांताय नमः

    8. ॐ महेश्वरप्रियाय नमः

    9. ॐ वसुसमृद्धिदाय नमः

    10. ॐ विवस्वन्मंडलाग्नेयवासाय नमः

    11. ॐ दिव्यवाहनाय नमः

    12. ॐ चतुराय नमः

    13. ॐ चतुरश्रासनारूढाय नमः

    14. ॐ अव्ययाय नमः

    15. ॐ कर्कटप्रभुवे नमः

    16. ॐ करुणारससंपूर्णाय नमः

    17. ॐ प्रियदायकाय नमः

    18. ॐ अत्यंतविनयाय नमः

    19. ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः

    20. ॐ नयनाब्जसमुद्भवाय नमः

    21. ॐ कुंदपुष्पोज्वलाकाराय नमः

    22. ॐ धनुर्धराय नमः

    23. ॐ दंडपाणये नमः

    24. ॐ दशाश्वरथसंरूढाय नमः

    25. ॐ श्वॆतगंधानुलेपनाय नमः

    26. ॐ श्वेतमाल्यांबरधराय नमः

    27. ॐ सितभूषणाय नमः

    28. ॐ सितांगाय नमः

    29. ॐ सितच्छत्रध्वजोपेताय नमः

    30. ॐ सनकादिमुनिस्तुताय नमः

    31. ॐ सर्वज्ञाय नमः

    32. ॐ सर्वागमज्ञाय नमः

    33. ॐ साधुवंदिताय नमः

    34. ॐ स्ॐयजनकाय नमः

    35. ॐ सकलार्तिहराय नमः

    36. ॐ भुवनप्रतिपालकाय नमः

    37. ॐ भव्याय नमः

    38. ॐ भूच्छायाच्छादिताय नमः

    39. ॐ निरामयाय नमः

    40. ॐ निर्विकाराय नमः

    41. ॐ निराहाराय नमः

    42. ॐ निस्सपत्नाय नमः

    43. ॐ जगदानंदकारणाय नमः

    44. ॐ जगत्प्रकाशकिरणाय नमः

    45. ॐ भवबंधविमोचनाय नमः

    46. ॐ भक्तिगम्याय नमः

    47. ॐ भायांतकृते नमः

    48. ॐ सागरोद्भवाय नमः

    49. ॐ सर्वरक्षकाय नमः

    50. ॐ सामगानप्रियाय नमः

    51. ॐ भक्तदारिद्र्यभंजनाय नमः

    52. ॐ भद्राय नमः

    53. ॐ मुक्तिदाय नमः

    54. ॐ भुक्तिदाय नमः

    55. ॐ मुक्तिदाय नमः

    56. ॐ भक्तानामिष्टदायकाय नमः

    57. ॐ सुरस्वामिने नमः

    58. ॐ सुधामयाय नमः

    59. ॐ जयफलप्रदाय नमः

    60. ॐ जयिने नमः

    61. ॐ शुभ्राय नमः

    62. ॐ शुचये नमः

    63. ॐ क्षयवृद्धिसमन्विताय नमः

    64. ॐ क्षीणपापाय नमः

    65. ॐ क्षपाकराय नमः

    66. ॐ नित्यानुष्ठानदाय नमः

    67. ॐ अमर्त्याय नमः

    68. ॐ मृत्युसंहारकाय नमः

    69. ॐ कामदायकाय नमः

    70. ॐ कामकृताय नमः

    71. ॐ कालहेतवे नमः

    72. ॐ कळाधराय नमः

    73. ॐ देवभोजनाय नमः

    74. ॐ द्युचराय नमः

    75. ॐ प्राकाशात्मने नमः

    76. ॐ स्वप्राकाशाय नमः

    77. ॐ अष्टदारुकुठारकाय नमः

    78. ॐ अनंताय नमः

    79. ॐ अष्टमूर्तिप्रियाय नमः

    80. ॐ शिष्टपालकाय नमः

    81. ॐ पुष्टिमते नमः

    82. ॐ दुष्टदूराय नमः

    83. ॐ दोषाकराय नमः

    84. ॐ विदुषांपतये नमः

    85. ॐ विश्वेशाय नमः

    86. ॐ वीराय नमः

    87. ॐ विकर्तनानुजाय नमः

    88. ॐ ज्योतिश्चक्रप्रवर्तकाय नमः

    89. ॐ जयोद्योगाय नमः

    90. ॐ जितेंद्रियाय नमः

    91. ॐ साधुपूजिताय नमः

    92. ॐ सत्पतये नमः

    93. ॐ सदाराध्याय नमः

    94. ॐ सुधानिधये नमः

    95. ॐ निशाकराय नमः

    96. ॐ ताराधीशाय नमः

    97. ॐ चंद्राय नमः

    98. ॐ शशिधराय नमः

    99. ॐ श्रीमते नमः

    100. ॐ द्विभुजाय नमः

    101. ॐ औदुंबरनागवासाय नमः

    102. ॐ उदाराय नमः

    103. ॐ रोहिणीपतये नमः

    104. ॐ नित्योदयाय नमः

    105. ॐ मुनिस्तुत्याय नमः

    106. ॐ नित्यानंदफलप्रदाय नमः

    107. ॐ सकलाह्लादनकराय नमः

    108. ॐ पलाशसमिधप्रियाय नमः।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।