Chaitra Purnima 2025 Date: 12 या 13 अप्रैल, कब है चैत्र पूर्णिमा? अभी नोट करें सही डेट और पूजा टाइम
पूर्णिमा के दिन चंद्र देव अपने पूर्ण आकार में होते हैं। हर महीने में पूर्णिमा तिथि पर व्रत किया जाता है। साथ ही भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima 2025) के दिन पवित्र नदी में स्नान और दीपदान करने से साधक को जीवन के संकटों से छुटकारा मिलता है और सभी पाप दूर होते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, हर महीने के शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि पर पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। इस तिथि के खत्म होने के बाद नए माह की शुरुआत होती है। चैत्र माह की पूर्णिमा (Chaitra Purnima 2025) को चैत्र पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन लाभ के योग बनते हैं। साथ ही जीवन में किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।
इस बार चैत्र पूर्णिमा की डेट को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिती बन रही है, जिसकी वजह से हर कोई जानना चाहता है कि चैत्र पूर्णिमा की सही डेट क्या है? ऐसे में आइए इस आर्टिकल हम आपको बताएंगे चैत्र पूर्णिमा की सही डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में।
चैत्र पूर्णिमा 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Chaitra Purnima 2025 Date and Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि 12 अप्रैल को देर रात 03 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 13 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 51 मिनट तिथि खत्म होगी। सनातन धर्म में सूर्योदय का विशेष महत्व है। ऐसे में 12 अप्रैल ( Kab Hai Chaitra Purnima 2025) को चैत्र पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन हनुमान जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा।
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 29 मिनट से 05 बजकर 14 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 21 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 44 मिनट से 07 बजकर 06 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक
यह भी पढ़ें: Chaitra Purnima 2025: इस चालीसा के बिना अधूरी है चैत्र पूर्णिमा की पूजा, खुशियों से भर जाएगा जीवन
ऐसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न
अगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए चैत्र पूर्णिमा का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें। फल और खीर का भोग लगाएं। प्रभु के मंत्रों का जप करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक तंगी दूर होती है।
मानसिक तनाव होगा दूर
मानसिक तनाव को दूर करने के लिए चैत्र पूर्णिमा की तिथि पर भगवान शिव का कच्चे दूध से अभिषेक करें। इस दौरान महादेव के मंत्रों का जप करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है।
यह भी पढ़ें: Chaitra Purnima 2025: चैत्र पूर्णिमा कब है? नोट करें सही डेट एवं शुभ मुहूर्त
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।