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    Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्र के दौरान क्यों जरूरी है हनुमान जी की पूजा?

    हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2025) का विशेष महत्व है। यह पर्व हर साल भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है। इस दौरान जगत जननी मां दुर्गा की पूजा होती है। कहा जाता है कि इस दौरान जो लोग पूजा-पाठ करते हैं उन्हें सुख-शांति की प्राप्ति होती है। वहीं इस पर्व में भगवान हनुमान की पूजा भी जरूर करनी चाहिए। इससे जीवन में खुशहाली आती है।

    By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sun, 23 Mar 2025 03:53 PM (IST)
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    Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्र में ऐसे करें हनुमान पूजन।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्र को बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है। यह पर्व नौ दिनों तक चलता है और इस दौरान भक्त देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र नवरात्र 2025 में 29 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल तक रहेगी। इस दौरान भक्त मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए व्रत रखते हैं और उनकी विधिपूर्वक पूजा करते हैं। वहीं, इस पर्व (Chaitra Navratri 2025) में हनुमान पूजा भी होती है, तो आइए इसका महत्व जानते हैं।

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    • कलश स्थापना मुहूर्त - सुबह 06 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक।
    • दूसरा कलश स्थापना का समय यानी अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक।

    चैत्र नवरात्र में हनुमान पूजन का धार्मिक महत्व (Hanuman Worship In Chaitra Navratri)

    चैत्र नवरात्र में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है। हनुमान जी को शक्ति, भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। वे भगवान राम के परम भक्त हैं और उन्होंने अपनी भक्ति से भगवान राम को प्रसन्न किया। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है।

    वे भक्तों के सभी संकटों को दूर करते हैं और उन्हें शक्ति और साहस प्रदान करते हैं। ऐसे में चैत्र नवरात्र के दौरान हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों को मां दुर्गा और हनुमान जी दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

    हनुमान जी की पूजा कैसे करें? (Hanuman Puja Rules)

    हनुमान मंदिर जाएं या फिर घर पर ही पूजा करें। सबसे पहले स्नान करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। उन्हें सिंदूर, तुलसी की माला और लाल फूल अर्पित करें। वैदिक मंत्रों का जाप करें। मोतीचूर के लड्डू, ऋतु फल और घर पर बनी मिठाई का भोग लगाएं। अंत में आरती करें।

    शंखनाद से पूजा का समापन करें और अपनी मनोकामना बोलें। पूजा के दौरान तामसिक चीजों से दूर रहें। पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगे। पूजा में पवित्रता का खास ख्याल रखें।

    हनुमान जी की पूजा के लाभ (Hanuman Puja Benefits)

    • हनुमान पूजन से भक्तों के सभी संकटों का नाश होता है।
    • इससे भक्तों को शक्ति और साहस मिलता है।
    • इससे मां दुर्गा के साथ हनुमान जी महाराज की कृपा सदैव के लिए प्राप्त होती है।
    • साथ ही भक्तों को सफलता और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

    हनुमान पूजन मंत्र (Hanuman Puja Mantra)

    1. ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय

    सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

    2. ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय

    सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।