Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Bhadra Vishti Karana: मई में इतने दिन रहेगा भद्रा का साया! इन तारीखों पर भूलकर भी न करें ये काम

    Updated: Sat, 26 Apr 2025 07:00 PM (IST)

    आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विष्टि करण योग को भद्रा करण के नाम से भी जाना जाता है। सनातन धर्म में इस अवधि को अशुभ माना जाता है। भद्रा के दौरान शुभ और मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं। अब मई के महीने की शुरुआत होने जा रही है। ऐसे में आइए जानते हैं इस माह में कब-कब रहेगा भद्रा (Bhadra Vishti Karana May 2025) का साया?

    Hero Image
    भद्रा विष्टि करण में कौन-से काम नहीं करने चाहिए? (Pic Credit- Freepik)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में भद्रा विष्टि करण का खास महत्व बताया गया है। सनातन धर्म में भद्रा विष्टि करण को अशुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भद्रा के दौरान शुभ और मांगलिक काम करने से जीवन में समस्या आ सकती है और काम का शुभ फल प्राप्त नहीं होगा। भद्रा सूर्य की पुत्री और शनि की बहन है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऐसा कहा जाता है कि भद्रा का स्वभाव उग्र है। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं मई (Bhadra Vishti Karana 2025 May) महीने में भद्रा विष्टि करण की तिथियां और समय के बारे में।

    यह भी पढ़ें: Pradosh Vrat 2025: मई में कब-कब किया जाएगा प्रदोष व्रत? अभी नोट करें शुभ मुहूर्त

    मई महीने के भद्रा विष्टि करण की तिथियां और समय (Bhadra Vishti Karana 2025 May Date)

    • 01 मई को भद्रा विष्टि करण का योग रात को 12 बजकर 50 मिनट से लेकर 01 मई को सुबह 11 बजकर 22 मिनट तक है।
    • 04 मई को भद्रा विष्टि करण का योग सुबह 07 बजकर 24 मिनट से 04 मई को रात 07 बजकर 20 मिनट तक है।
    • 07 मई को भद्रा विष्टि करण का योग रात 11 बजकर 32 मिनट से 08 मई को दोपहार 12 बजकर 26 मिनट तक है।
    • 11 मई को भद्रा विष्टि करण का योग रात 08 बजकर 02 मिनट से 12 मई को सुबह 09 बजकर 13 मिनट तक है।
    • 15 मई को भद्रा विष्टि करण का योग दोपहर 03 बजकर 25 मिनट से 16 मई को दोपहर 03 बजकर 55 मिनट तक है।
    • 19 मई को भद्रा विष्टि करण का योग सुबह 06 बजकर 18 मिनट से 19 मई को शाम 06 बजकर 11 मिनट तक है।
    • 22 मई को भद्रा विष्टि करण का योग दोपहर 02 बजकर 33 मिनट से 23 मई को देर रात 01 बजकर 25 मिनट तक है।
    • 25 मई को भद्रा विष्टि करण का योग दोपहर 03 बजकर 39 मिनट से 26 अप्रैल को देर रात 02 बजकर 07 मिनट तक है।
    • 30 मई को भद्रा विष्टि करण का योग सुबह 10 बजकर 23 मिनट से 30 मई को रात 09 बजकर 28 मिनट तक है।

    भूलकर भी न करें ये काम

    • भद्रा विष्टि करण के दौरान सगाई, विवाह और गृह प्रवेश समेत आदि शुभ एवं मांगलिक काम भूलकर भी नहीं करने चाहिए।  
    • इसके अलावा व्यापार की शुरुआत और किसी चीज में निवेश भी नहीं करना चाहिए।  

    यह भी पढ़ें: Vaishakh Amavasya 2025: सपने में पितरों को देखने से चमक सकती है किस्मत, मिलते हैं ये संकेत

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।