Vaishakh Amavasya 2025: सपने में पितरों को देखने से चमक सकती है किस्मत, मिलते हैं ये संकेत
हर महीने में पड़ने वाली अमावस्या तिथि पर पितरों का विधिपूर्वक तर्पण और पिंडदान किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इन कामों को करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं अमावस्या तिथि पर सपने में पितरों (Vaishakh Amavasya Dream meaning) को देखने से कई तरह के शुभ और अशुभ संकेत मिलते हैं। आइए जानते हैं इन सपनों के अर्थ के बारे में।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 27 अप्रैल को वैशाख अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही पूर्वजों की कृपा से व्यक्ति का जीवन सदैव खुशहाल रहता है।
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, अमावस्या तिथि पर सपने में पितरों को देखने से कई तरह के संकेत मिलते हैं। क्या लेकिन क्या आपने भी सपने में पितरों (Vaishakh Amavasya Dream meaning) को देखा है और उस सपने का अर्थ पता है? अगर नहीं पता, तो ऐसे में आइए हम आपको बताएंगे पितरों को सपने में देखने से मिलने वाले संकेतों के बारे में।
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मिलते हैं ये संकेत
- स्वप्न शास्त्र के अनुसार, वैशाख अमावस्या के दिन सपने में पितरों को देखना शुभ सपना माना गया है। ऐसा माना जाता है कि सपने में पितरों को देखने से व्यक्ति की सभी मुरादें जल्द पूरी हो सकती हैं और पितरों के प्रसन्न होने के संकेत मिलते हैं।
- स्वप्न शास्त्र के अनुसार, अगर आप बार-बार अमावस्या तिथि पर सपने में पितरों को देख रहे हैं, तो इस अपने सपने का अर्थ यह है कि पितरों की कोई इच्छा अधूरी रह गई है, जिसकी वजह से वह आपको बार-बार दर्शन दे रहे हैं, ऐसे में पितरों को प्रसन्न करने के लिए वैशाख अमावस्या के दिन विशेष चीजों का दान करें।
- इसके अलावा अगर आपने में सपने में पितरों को घर आते हुए देखा है, तो इस सपने को शुभ माना जाता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, इस सपने को देखने से व्यक्ति के जीवन में खुशियों के आगमन के संकेत मिलते हैं। रुका हुआ पैसा आपको जल्द मिल सकता है।
- अगर आपने अमावस्या के दिन पितरों को गुस्से में देखा है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार, इस तरह के सपने को देखना अशुभ माना जाता है, तो ऐसे में पितरों को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन पूजा करने के बाद गरीबों को भोजन करवाएं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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