Dussehra 2025: महाअष्टमी से लेकर दशहरा तक, एक क्लिक में नोट करें सही तिथि और शुभ मुहूर्त
ममतामयी मां दुर्गा (ashtami Dussehra date 2025) की पूजा करने से साधक को पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है। साधक शारदीय नवरात्र के दौरान भक्ति भाव से देवी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा करते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शारदीय नवरात्र का त्योहार हर साल आश्विन महीने में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व जगत जननी आदिशक्ति देवी मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर देवी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की भक्ति भाव से पूजा और सेवा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त नौ दिनों तक व्रत रखा जाता है।
शारदीय नवरात्र के दौरान सप्तमी, दुर्गा अष्टमी और नवमी पर देवी मां दुर्गा की विशेष पूजा (Navratri Ashtami Puja Vidhi) की जाती है। आइए, शारदीय नवरात्र की सप्तमी, महाअष्टमी, नवमी एवं दशहरा की सही डेट एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-
कब है सप्तमी? (Kab hai Saptami)
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि की शुरुआत 28 सितंबर को दोपहर 02 बजकर 27 मिनट पर होगी। वहीं, सप्तमी तिथि का समापन 29 सितंबर को शाम 04 बजकर 31 मिनट पर होगा। इस प्रकार सप्तमी तिथि 28 सितंबर को है। इस दिन शारदीय नवरात्र की सप्तमी का व्रत रखा जाएगा। साथ ही देवी मां कालरात्रि की पूजा की जाएगी।
कब है अष्टमी ? (Kab hai Ashtami)
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 29 सितंबर को शाम 04 बजकर 32 मिनट पर होगी। वहीं, अष्टमी तिथि का समापन 30 सितंबर को शाम 06 बजकर 06 मिनट पर होगा। महाष्टमी का व्रत 30 सितंबर को रखा जाएगा। इस शुभ अवसर पर देवी मां दुर्गा का आह्वान किया जाएगा। साथ ही जगत जननी की विशेष पूजा की जाएगी।
कब है नवमी ? (Kab hai Navami)
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि की शुरुआत 30 सितंबर को शाम 06 बजकर 07 मिनट पर होगी और 01 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी। तिथि गणना के अनुसार, 01 अक्टूबर को महानवमी मनाई जाएगी। इस शुभ अवसर पर मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी।
कब है दशहरा? ( Kab Hai Dussehra)
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक पर्व दशहरा (Dusshera Date 2025) मनाया जाता है। इस शुभ तिथि की शुरुआत 01 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 02 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, दशमी तिथि का समापन 02 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 10 मिनट पर होगा।
इस प्रकार 02 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा के लिए शुभ समय दोपहर 01 बजकर 18 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक है। वहीं, विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 05 मिनट से लेकर 02 बजकर 53 मिनट तक है।
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