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    Apara Ekadashi 2025: भगवान विष्णु की पूजा के समय राशि अनुसार करें इन मंत्रों का जप, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 22 May 2025 09:00 PM (IST)

    ज्योतिषियों की मानें तो ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि (Apara Ekadashi 2025 Yoga) पर प्रीति योग का संयोग बन रहा है। प्रीति योग शाम 06 बजकर 37 मिनट तक है। इसके बाद आयुष्मान योग का संयोग है। इन योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होगी।

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    Apara Ekadashi 2025: भगवान विष्णु को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्रवार 23 मई को अपरा एकादशी है। यह पर्व हर साल ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत की महिमा का वर्णन शास्त्रों में निहित है।

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    एकादशी तिथि पर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। अगर आप भी लक्ष्मी नारायण जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो अपरा एकादशी (Apara Ekadashi 2025 Kab hai) के दिन भक्ति भाव से भगवान विष्णु की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय राशि अनुसार मंत्रों का जप करें।

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    राशि अनुसार मंत्र जप

    • मेष राशि के जातक कारोबार में तरक्की के लिए 'ॐ श्री तुलस्यै नमः और ऊँ श्री ईश्वराय नम:' मंत्र का जप करें।
    • वृषभ राशि के जातक करियर में सफलता के लिए 'ॐ नन्दिन्यै नमः और ऊँ श्री हयग्रीवाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • मिथुन राशि के जातक शुभ कामों में सफलता के लिए 'ॐ देव्यै नमः और ऊँ श्री एकपदे नम:' मंत्र का जप करें।
    • कर्क राशि के जातक तनाव से निजात पाने के लिए 'ॐ सावित्र्यै नमः और ऊँ श्री धनंजाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • सिंह राशि के जातक मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए 'ॐ सीतायै नमः और ऊँ श्री रामाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • कन्या राशि के जातक कारोबार में उन्नति के लिए 'ॐ श्रीमत्यै नमः और ऊँ श्री गोपतये नम:' मंत्र का जप करें।
    • तुला राशि के जातक अपरा एकादशी के दिन 'ॐ त्रेतायै नमः और ऊँ श्री वासुदेवाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • वृश्चिक राशि के जातक करियर में सफलता के लिए 'ॐ गात्रायै नमः और ऊँ श्री केशवाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • धनु राशि के जातक लक्ष्मी नारायण की कृपा हेतु 'ॐ अम्बायै नमः और ऊँ श्री परमात्मने नम:' मंत्र का जप करें।
    • मकर राशि के जातक मनचाहा वरदान पाने के लिए 'ॐ वरदायै नमः और ऊँ श्री भूभवे नम:' मंत्र का जप करें।
    • कुंभ राशि के जातक शनि बाधा से मुक्ति के लिए 'ॐ धनवत्यै नमः और ऊँ श्री सुरेशाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • मीन राशि के जातक अपरा एकादशी के दिन 'ॐ विभूत्यै नमः और ऊँ श्री सनातन नम:' मंत्र का जप करें।

    एकादशी माता की आरती

    ॐ जय एकादशी, जय एकादशी,जय एकादशी माता।

    विष्णु पूजा व्रत को धारण कर,शक्ति मुक्ति पाता॥

    ॐ जय एकादशी.

    तेरे नाम गिनाऊं देवी,भक्ति प्रदान करनी।

    गण गौरव की देनी माता,शास्त्रों में वरनी॥

    ॐ जय एकादशी...

    मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना,विश्वतारनी जन्मी।

    शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,मुक्तिदाता बन आई॥

    ॐ जय एकादशी...

    पौष के कृष्णपक्ष की,सफला नामक है।

    शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा,आनन्द अधिक रहै॥

    ॐ जय एकादशी...

    नाम षटतिला माघ मास में,कृष्णपक्ष आवै।

    शुक्लपक्ष में जया, कहावै,विजय सदा पावै॥

    ॐ जय एकादशी...

    विजया फागुन कृष्णपक्ष मेंशुक्ला आमलकी।

    पापमोचनी कृष्ण पक्ष में,चैत्र महाबलि की॥

    ॐ जय एकादशी...

    चैत्र शुक्ल में नाम कामदा,धन देने वाली।

    नाम वरूथिनी कृष्णपक्ष में,वैसाख माह वाली॥

    ॐ जय एकादशी...

    शुक्ल पक्ष में होयमोहिनी अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी।

    नाम निर्जला सब सुख करनी,शुक्लपक्ष रखी॥

    ॐ जय एकादशी...

    योगिनी नाम आषाढ में जानों,कृष्णपक्ष करनी।

    देवशयनी नाम कहायो,शुक्लपक्ष धरनी॥

    ॐ जय एकादशी...

    कामिका श्रावण मास में आवै,कृष्णपक्ष कहिए।

    श्रावण शुक्ला होयपवित्रा आनन्द से रहिए॥

    ॐ जय एकादशी...

    अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की,परिवर्तिनी शुक्ला।

    इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में,व्रत से भवसागर निकला॥

    ॐ जय एकादशी...

    पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में,आप हरनहारी।

    रमा मास कार्तिक में आवै,सुखदायक भारी॥

    ॐ जय एकादशी...

    देवोत्थानी शुक्लपक्ष की,दुखनाशक मैया।

    पावन मास में करूंविनती पार करो नैया॥

    ॐ जय एकादशी...

    परमा कृष्णपक्ष में होती,जन मंगल करनी।

    शुक्ल मास में होयपद्मिनी दुख दारिद्र हरनी॥

    ॐ जय एकादशी...

    जो कोई आरती एकादशी की,भक्ति सहित गावै।

    जन गुरदिता स्वर्ग का वासा,निश्चय वह पावै॥

    ॐ जय एकादशी...

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।