Akshaya Tritiya 2025 Date: कब है अक्षय तृतीया? यहां जानें शुभ मुहूर्त एवं योग
इस साल 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। वहीं केदारनाथ के कपाट 02 मई को खुलेंगे। जबकि बद्रीनाथ के कपाट 04 मई को खुलेंगे। अक्षय तृतीया के दिन (Akshaya Tritiya 2025 Date) चारधाम यात्रा शुरू होगी। धार्मिक मत है कि चारधाम यात्रा करने से साधक को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही श्रद्धालु की हर मनोकामना पूरी होती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अक्षय तृतीया का सनातन धर्म में खास महत्व है। यह पर्व हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा एवं उपासना की जाती है। इसके साथ ही अक्षय तृतीया तिथि पर सोने की खरीदारी भी की जाती है। अक्षय तृतीया के दिन सोने या सोने से निर्मित आभूषण की खरीदारी करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। आइए, अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त एवं सही डेट जानते हैं।
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अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 29 अप्रैल को शाम 05 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी और 30 अप्रैल को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इसके लिए 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया मनाया जाएगा। इस दिन पूजा का समय सुबह 05 बजकर 41 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक है।
सोना खरीदने का समय
सोना खरीदने के लिए शुभ समय 29 अप्रैल की शाम से लेकर 30 अप्रैल को दोपहर तक है। वहीं, 30 अप्रैल को सोना खरीदारी का समय सुबह 05 बजकर 41 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 12 मिनट तक है। इस समय में मां लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा कर सकते हैं। मां लक्ष्मी की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
अक्षय तृतीया शुभ योग
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर शोभन योग का संयोग बन रहा है। शोभन योग दोपहर 12 बजकर 02 मिनट तक है। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से धन और संपत्ति में वृद्धि होगी। साथ ही साधक पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी।
पंचांग
- सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 41मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 56 मिनट पर
- ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 14 मिनट से 04 बजकर 58 मिनट तक
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 31 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 55 मिनट से 07 बजकर 16 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 40 मिनट तक
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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