Aaj ka Panchang 30 April 2025: अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं कई शुभ योग, जानें सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार आज यानी 30 अप्रैल को वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस तिथि पर अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya 2025) मनाई जाती है। सनातन शास्त्रों में इस पर्व का खास महत्व है। अक्षय तृतीया के दिन कई शुभ योग का भी भी बन रहे हैं। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त के विषय में।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya 2025) के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। अक्षय तृतीया के अवसर पर कई शुभ और अशुभ योग का निर्माण हो रहा है। आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग।
आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 30 April 2025)
अक्षय तृतीया 2025 पूजा मुहूर्त (Akshaya Tritiya 2025 Puja Muhurat)
अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक है। इस दौरान किसी भी समय मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं।
अक्षय तृतीया 2025 सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त (Akshaya Tritiya 2025 Gold Purchase Muhurat)
अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 41 मिनट से दोपहर 02 बजकर 12 मिनट तक है।
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सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 41 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 56 मिनट पर
चंद्रोदय- रात 07 बजकर 22 मिनट पर
चंद्रास्त- रात 10 बजकर 14 मिनट पर
वार - बुधवार
ऋतु - ग्रीष्म
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 15 मिनट से 04 बजकर 58 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 31 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग - पूरे दिन
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 55 मिनट से 07 बजकर 16 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से 01 बजकर 58 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 10 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 18 मिनट तक
दिशा शूल - उत्तर
नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद
चन्द्रबल
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - वृषभ, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मीन
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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