Sharad Purnima की रात इन राशियों पर बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, धन से भर जाएगी खाली तिजोरी
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2025) की रात बेहद खास होती है। इस शुभ अवसर पर देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। शरद पूर्णिमा की रात चंद्र देव की भी पूजा की जाती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, सोमवार 06 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। सनातन धर्म में शरद पूर्णिमा का खास महत्व है। इस दिन चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है। इस शुभ अवसर पर देवी मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा की जाती है। देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। साथ ही घर में सुख और समृद्धि होती है।
ज्योतिषियों की मानें तो सोमवार 06 अक्टूबर यानी शरद पूर्णिमा को चंद्र देव राशि परिवर्तन करेंगे। चंद्र देव के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों पर देवी मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। उनकी कृपा से जातकों के जीवन में नया सवेरा होगा। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
चंद्र राशि परिवर्तन
ज्योतिषियों की मानें तो चंद्र देव राशि 06 अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 45 मिनट पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में चंद्र देव दो दिनों तक रहेंगे। इसके बाद 08 अक्टूबर को मेष राशि में गोचर करेंगे। चंद्र देव के राशि परिवर्तन से कुंभ और वृषभ राशि के जातकों को लाभ मिलेगा।
वृषभ राशि
चंद्र देव के राशि परिवर्तन करने से शरद पूर्णिमा के दिन वृषभ राशि के जातकों को सबसे अधिक लाभ होगा। इस राशि के जातकों पर चंद्र देव की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से वृषभ राशि के जातकों को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। साथ ही घर में उत्सव जैसा माहौल रहेगा। शुभ कामों में सफलता मिलेगी।
वर्तमान समय में गुरु आपके धन भाव में विराजमान हैं। इसके लिए आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करने में सफल होंगे। बड़े लोगों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। शरद पूर्णिमा को पूजा के समय देवी मां लक्ष्मी को अखंडित चावल से बनी खीर अर्पित करें।
कुंभ राशि
शरद पूर्णिमा को देवी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसेगी। उनकी कृपा से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सभी प्रकार के सांसारिक और भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। जीवन में सफलता की मार्ग पर अग्रसर रहेंगे। बिगड़े कार्य बनेंगे। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। धन निवेश से लाभ होगा। फ्यूचर की प्लानिंग कर सकते हैं।
भूमि, भवन, आभूषण और शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं। धन लाभ के योग बनेंगे। आय के नवीन साधन बनेंगे। शरद पूर्णिमा की रात सफेद फूल मिश्रित गंगाजल से चंद्र देव को अर्घ्य दें। इस उपाय को करने से मानसिक तनाव की समस्या दूर होगी।
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