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    Shukra Dosh Upay: कुंडली में शुक्र मजबूत करने के लिए करें ये जादुई उपाय, चमक जाएगी आपकी किस्मत

    Updated: Thu, 25 Dec 2025 11:00 PM (IST)

    शुक्रवार का दिन शुक्र देव, देवी लक्ष्मी और कुबेर देव को समर्पित है। मां लक्ष्मी की पूजा से कुंडली में शुक्र मजबूत होता है, जिससे भौतिक सुखो ...और पढ़ें

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    शुक्र देव को कैसे प्रसन्न करें?

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    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शुक्रवार का दिन सुखों के कारक शुक्र देव को समर्पित होता है। इस दिन देवी मां लक्ष्मी और कुबेर देव संग शुक्र देव की पूजा की जाती है। मां लक्ष्मी की पूजा करने से कुंडली में शुक्र मजबूत होता है। कुंडली में शुक्र मजबूत होने से जातक को जीवन में सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।

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    shukra dev

    ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में शुक्र कमजोर होने पर व्यक्ति के सुखों में कमी होने लगती है। साथ ही मानसिक वेदना से भी व्यक्ति ग्रसित हो जाता है। अगर आप भी शुक्र देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन पूजा के समय ये उपाय जरूर करें।

    शुक्र दोष के उपाय

    • अगर आपकी कुंडली में शुक्र कमजोर है, तो सोमवार और शुक्रवार के दिन दही का सेवन करें। आप चाहे तो रोजाना दही का सेवन कर सकते हैं। दही के सेवन से शुक्र मजबूत होता है।
    • रोजाना गौ माता को रोटी अर्पित करें। इस उपाय को करने से भी शुक्र देव मजबूत होता है। ज्योतिष शुक्र देव की कृपा पाने के लिए गौ माता की पूजा करने की सलाह देते हैं।
    • सुखों के कारक शुक्र देव की कृपा पाने के लिए चांदी की अंगूठी पहनें। आप चाहे तो चांदी से निर्मित मां लक्ष्मी की प्रतिमा भी खरीदकर घर ला सकते हैं।
    • अगर आप शुक्र देव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो शुक्रवार के दिन सफेद चीजों का दान करें। आप चावल, आटा और सफेद रंग के कपड़ों का दान कर सकते हैं। इन चीजों के दान से कुंडली में शुक्र मजबूत होता है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।