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    Kamada Ekadashi 2024 Date: कामदा एकादशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा, सभी पापों से मिलेगा छुटकारा

    सनातन धर्म में एकादशी व्रत का अधिक धार्मिक महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने का विधान है। चैत्र माह के शुक पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस बार कामदा एकादशी 19 अप्रैल को है। चलिए जानते हैं कामदा एकादशी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

    By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Mon, 15 Apr 2024 11:48 AM (IST)
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    Kamada Ekadashi 2024 Date: कामदा एकादशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा, सभी पापों से मिलेगा छुटकारा

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kab Hai Kamada Ekadashi 2024: सनातन धर्म में हर महीने में 2 बार एकादशी व्रत किया जाता है। एक कृष्ण पक्ष की एकादशी और दूसरी शुक्ल पक्ष की एकादशी। यह तिथि तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस बार कामदा एकादशी 19 अप्रैल को है। धार्मिक मान्यता है कि कामदा एकादशी पर विधिपूर्वक भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से इंसान को जीवन के सभी दुःख और संकट से छुटकारा मिलता है। साथ ही सुख, शांति, समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। चलिए जानते हैं कामदा एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा किस तरह करनी चाहिए।

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    कामदा एकादशी 2024 शुभ मुहूर्त (Kamada Ekadashi 2024 Shubh Muhurat)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का शुभारंभ 18  अप्रैल 2024 शाम 05 बजकर 31 मिनट पर होगा, जिसका समापन 19 अप्रैल को संध्याकाल 08 बजकर 04 मिनट पर होगा। ऐसे में कामदा एकादशी व्रत 19 अप्रैल को किया जाएगा।

    कामदा एकादशी 2024 पूजा विधि (Kamada Ekadashi 2024 Puja Vidhi)

    कामदा एकादशी के दिन सुबह उठकर देवी-देवता का ध्यान करें। इसके बाद स्नान कर पीले वस्त्र धारण करें। अब चौकी पर साफ कपड़ा कपड़ा श्रीहरि और मां लक्ष्मी की मूर्ति विराजमान करें। इसके बाद भगवान को हल्दी, अक्षत, चंदन, फूल आदि चढ़ा दें। अब घी का दीपक जलाकर आरती करें। विष्णु चालीसा और मंत्रों का जाप करें। भगवान विष्णु से जीवन में सुख और शांति के लिए प्रार्थना करें। अंत में प्रभु का भोग लगाकर लोगों में प्रसाद का वितरण करें। फिर घी का दीपक, धूप जलाकर एकादशी की कथा का पढ़कर आरती कर लें। इसके साथ ही शाम के समय तुलसी माता के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे भगवान विष्णु जल्द प्रसन्न होते हैं।  

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'