Devshayani Ekadashi 2025: 05 या 06 जुलाई, देवशयनी एकादशी कब है? नोट करें सही डेट एवं मुहूर्त
आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि (Devshayani Ekadashi 2025 Date) पर दुर्लभ साध्य और शुभ योग का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही त्रिपुष्कर और शिववास योग का भी निर्माण हो रहा है। इन योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक को जीवन में व्याप्त सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
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Devshayani Ekadashi 2025: देवशयनी एकादशी का धार्मिक महत्व
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। देवशयनी एकादशी हर साल आषाढ़ माह में मनाई जाती है। यह पर्व पूर्णतया जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाहा वरदान पाने के लिए एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक पर लक्ष्मी नारायण जी की कृपा बरसती है।
सनातन शास्त्रों में निहित है कि देवशयनी एकादशी के दिन से जगत के पालनहार भगवान विष्णु क्षीरसागर में विश्राम करने चले जाते हैं। इसके बाद लगातार चार महीने तक योगनिद्रा में रहते हैं। वहीं, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु जागृत होते हैं। इस अवधि को चातुर्मास कहते हैं। चातुर्मास के दौरान शुभ और मंगल कार्य नहीं किया जाता है। देवशयनी एकादशी की सही डेट को लेकर भक्तजनों के मन में दुविधा है। आइए, देवशयनी एकादशी की सही डेट (Devshayani Ekadashi 2025 Kab hai), शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-
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कब मनाई जाती है देवशयनी एकादशी?
हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन देवशयनी एकादशी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
देवशयनी एकादशी शुभ मुहूर्त (Devshayani Ekadashi Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 05 जुलाई को शाम 06 बजकर 58 मिनट पर होगी। वहीं, एकादशी तिथि 06 जुलाई को शाम 09 बजकर 14 मिनट तक है। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इसके लिए 06 जुलाई को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी।
कब रखें एकादशी का व्रत (Devshayani Ekadashi 2025 Date)
जानकारों की मानें तो तिथि गणना के चलते कई बार दो दिन एकादशी मनाई जाती है। इनमें पहले दिन सामान्य जन एकादशी का व्रत रखते हैं। वहीं, दूसरे दिन वैष्णव जन दूसरे दिन की एकादशी का व्रत रखते हैं। मोक्ष की कामना करने वाले साधक दूसरे दिन एकादशी का व्रत रखते हैं। इस साल 06 जुलाई को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी।
देवशयनी एकादशी पारण समय (Devshayani Ekadashi Paran Timing)
देवशयनी एकादशी का पारण 07 जुलाई के दिन किया जाएगा। 07 जुलाई को सुबह 05 बजकर 29 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 16 मिनट के मध्य साधक स्नान-ध्यान कर विधि-विधान से लक्ष्मी नारायण की पूजा करें। इसके बाद अन्न का दान कर एकादशी का पारण करें।
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