वो टाइम गया जब हाथों से मसालों को पीसा जाता था, लेकिन आजकल मसालों को पीसने के लिए मिक्सर ग्राइंडर का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि आखिर किस ब्रांड का मिक्सर ग्राइंडर लेना चाहिए? देखिए वैसे तो मार्केट में मिक्सर ग्राइंडर के काफी ब्रांड्स मौजूद हैं, लेकिन मसालों को सही तरीके से पीसने के लिए एक ऐसा मिक्सर ग्राइंडर चाहिए होता है, जिसमें मजबूत मोटर के साथ-साथ तेज ब्लेड और टिकाऊ जार भी उपलब्ध हो। इसलिए हाउस ऑफ एप्लाइंसेस में शामिल टॉप 5 बेहतरीन मिक्सर ग्राइंडर के बारे में यहां जानकारी दी है, जो मसालों को पीसने के लिए एक बेहतरीन विकल्प माने जाते हैं। अच्छी बात यह है कि ये मिक्सर ग्राइंडर लंबे समय तक चलते हैं और बेहतर परफॉर्मेंस देते हैं। वहीं इनमें आपको ओवरलोड प्रोटेक्शन और वेंटिलेशन सिस्टम जैसे शानदार फीचर्स भी मिलते हैं।
मसाले पीसने के लिए कितने वॉट का मिक्सर चुनना चाहिए?
आखिर मसालों को पीसने के लिए कितने वॉट का मिक्सर ग्राइंडर लेना चाहिए? क्या 500 वॉट तक का मिक्सर ग्राइंडर मसालों को पीसने के लिए सही रहता है? या फिर 750 वॉट का मिक्सर ग्राइंडर बेहतर होता है? तो देखिए मसालों को पीसने के लिए हमें एक ऐसे मिक्सर ग्राइंडर की जरूरत पड़ती है, जो मसालों को बारीक पीसे और मसालों की खुशबू और स्वाद भी बनी रहे। तो अगर आपको गरम मसाला, हल्दी या धनिया जैसे मसालों को पीसना है, तो आप 750 वॉट का मिक्सर ग्राइंडर चुन सकते हैं। इसका कारण यह है कि 750 वॉट का मिक्सर ग्राइंडर ज्यादा पावरफुल होता है, जो कठोर मसालों को भी आसानी से पीस देता है और सबसे खास बात यह है कि 750 वॉट के मिक्सर ग्राइंडर ओवरहीट हुए बिना अच्छे से काम करते हैं, जिससे मसाले जलते नहीं है और उनकी खुशबू भी बनी रहती है। इसके अलावा 750 वॉट के ग्राइंडर के ब्लेड भी काफी शार्प और स्पीड में काम करते हैं, जिससे मसाले काफी बारीक पिसते हैं। वहीं 750 वॉट वाले मिक्सर ग्राइंडर जल्दी गर्म नहीं होते हैं, जिससे इनके खराब होने का डर भी नहीं रहता है।
मसाले पीसने के लिए कौन-सा जार अच्छा होता है?
देखिए मिक्सर ग्राइंडर अलग-अलग जार के साथ आता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि मसालों को पीसने के लिए किस तरह का जार ज्यादा अच्छा रहता है? तो अगर आपको मसालों को पीसने के लिए सही जार का चयन करना है, तो छोटा ग्राइंडिंग जार एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ये जार छोटे और स्टेनलेस स्टील के बने होते हैं। इन जार को कुछ इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि इसमें आप कम मात्रा के मसालों को अच्छे से पीस सकते हैं। वहीं जार छोटे होने के कारण इनके अंदर मौजूद ब्लेड भी काफी तेजी से काम करते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि मसालों को पीसने के लिए कभी प्लास्टिक जार का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि सूखे मसालों को पीसते समय काफी गर्मी पैदा होती है, जिससे प्लास्टिक के जार में दरार पड़ सकती है और बदबू भी आ सकती है। इसलिए हमेशा स्टेनलेस स्टील वाले जार का चयन करना चाहिए, क्योंकि स्टेनलेस स्टील से बने जार अधिक गर्मी को झेल सकते हैं। इसके अलावा ऐसे जार का इस्तेमाल करना चाहिए, जिनके ढक्कन मजबूत हो और एयरटाइट हो। वरना पीसते समय मसाले बाहर आ सकते हैं।
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