यहां इन्वर्टर और नॉन इन्वर्टर तकनीक वाले फ्रिज के बारे में बताया जा रहा है, जिनमें सिंगल डोर और डबल डोर Fridge के अलग-अलग मॉडल्स मिलेंगे। इन्वर्टर फ्रिज में इन्वर्टर कंप्रेसर होता है, जिसका आधार वेबर या वॉल्ट नियंत्रक पर होता है। इन रेफ्रिजरेटर के कंप्रेसर की स्पीड ऑटोमेटिक बदलती है, जिससे फ्रिज का तापमान और बिजली की खपत को समय-समय पर कम या ज्यादा किया जा सकता है। कम बिजली खर्च और कम शोर के साथ काम करने वाले ये इन्वर्टर रेफ्रिजरेटर हर घर के लिए बेहतर हो सकते हैं। हाउस ऑफ एप्लाइंसेस में शामिल इन फ्रिज में तापमान को स्थिर रखा जा सकता है, जिससे आपका खाना लंबे समय तक ताजा रहता है।
अगर नॉन इन्वर्टर रेफ्रिजरेटर की बात करें, तो इनमें एक निश्चित स्पीड वाला कंप्रेसर होता है, जो हमेशा एक ही स्पीड से चलता है, चाहे रेफ्रिजरेटर में तापमान की आवश्यकता कितनी भी हो। जब तापमान अलग स्तर पर पहुंच जाता है, तो कंप्रेसर बंद हो जाता है और तापमान फिर से बढ़ता है, तो यह फिर से चालू हो जाता है। यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है, जिससे कंप्रेसर के लगातार चालू और बंद होने के कारण शोर हो सकता है। यदि आप भी घर के लिए फ्रिज लेने का विचार कर रहे है, तो नीचे आपको इन्वर्टर और नॉन इन्वर्टर फ्रिज के विकल्पों की सूची दी गई है।