संगरूर में किसानों ने चार घंटे ठप किया रेलवे ट्रैक
31 किसान संगठनों द्वारा केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ संगरूर रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर धरना लगाकर रेल रोको आंदोलन को सफल बनाया।
संवाद सहयोगी, संगरूर
31 किसान संगठनों द्वारा केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ संगरूर रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर धरना लगाकर रेल रोको आंदोलन को सफल बनाया। बड़ी संख्या में जुटे किसान कार्यकर्ताओं ने तय फैसले के मुताबिक 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक लगाए धरने में केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। अगर बात रेलवे रूट के प्रभावित होने की करें तो सुबह आठ बजे ही जम्मू-जबलपुर मेलगाड़ी संगरूर स्टेशन से होकर गुजर गई व वीरवार को किसी मालगाड़ी के आने का भी रूट प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि रेल रोको आंदोलन के कारण पहले ही गाड़ियों को रद कर दिया गया था।
भाकियू के प्रांतीय सचिव निरंजन सिंह धोला, अमरीक सिंह कांझला, हरमेल सिंह महिरोक ने कहा कि दिल्ली सहित पूरे पंजाब में केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ रोष प्रदर्शन व धरना प्रदर्शन चल रहे हैं, मगर केंद्र सरकार किसानों की मांग की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। वीरवार को रेलवे लाइन पर किया जाने वाला धरना प्रदर्शन शांतमय तरीके से किया गया। धरना प्रदर्शन के जरिए वह केंद्र सरकार पर कानूनों को वापस लेने का दबाव बनाना चाहते हैं, न कि सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना या किसी नागरिक को मिलने वाली सुविधा को प्रभावित करना। इस मौके पर निर्मल सिंह वटरियाण, हरदेव सिंह बख्शी, दर्शन सिंह हुनरा, जरनैल सिंह जनाल, सुखपाल कौर छाजली, नरंजण सिंह दोहलां, रण सिंह चट्ठा, कर्म सिंह बलियाल, सर्बजीत सिंह बड़ैच, अमरीक सिंह भरपूर, दर्शन सिंह महिरोक, इंदरपाल सिंह, वरिदर सिंह, हमीर सिंह बुगरा, सुखदेव सिंह उभावाल, गुरमीत सिंह कपियाल, बलवीर सिंह झलूर आदि उपस्थित थे। पल्लेदार यूनियन के दफ्तर इंचार्ज जगसीर सिंह ने बताया कि पिछले एक सप्ताह के दौरान हर दिन मालगाड़ी लोड का काम मिल रहा था, अगर वीरवार को किसानों का संघर्ष न होता तो स्पेशल लग सकती थी, लेकिन आंदोलन के कारण काम नहीं मिला।