जालंधर बस स्टैंड पर भीख मांगने वाले बच्चों पर पुलिस की कार्रवाई, 20 मिनट चला हंगामा, सीडब्ल्यूसी टीम करवाएगी बच्चों का मेडिकल
जालंधर बस स्टैंड पर पुलिस और सीडब्ल्यूसी की टीम ने भीख मंगवाने वाले बच्चों के खिलाफ कार्रवाई की। बच्चों को जबरदस्ती गाड़ियों में बिठाने पर महिलाओं ने ...और पढ़ें

जालंधर के बस स्टैंड पर बच्चों को उठाते समय चल रहा हंगामा।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर के बस स्टैंड पर शनिवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब पुलिस और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की टीम ने भीख मंगवाने के लिए लगाए गए बच्चों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। बच्चों को टीमों ने उठा लिया।
इस दौरान बच्चों को जबरदस्ती गाड़ियों में बिठाए जाने का आरोप लगा, वहां मौजूद महिलाएं भड़क उठीं। बच्चों के रोने और महिलाओं के विरोध के चलते बस स्टैंड पर करीब 20 मिनट तक हंगामा चलता रहा। पुलिस ने बताया कि बस स्टैंड पर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं।
पुलिस का आरोप है कि कुछ परिवार अपने बच्चों से भीख मंगवा रहे हैं और उन्हें स्कूल नहीं भेजा जा रहा। इन्हीं शिकायतों के आधार पर शनिवार दोपहर करीब 1 बजे पुलिस, महिला पुलिस कर्मियों और चाइल्ड प्रोटेक्शन टीम ने संयुक्त कार्रवाई की।
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महिला अपना पक्ष बताते हुए।
बच्चे रोने लगे तो इकट्ठी हो गई भीड़
कार्रवाई के दौरान जब पुलिस बच्चों को उठाने लगी तो उनके साथ मौजूद परिवार की महिलाएं पुलिस से उलझ गईं। आरोप है कि महिला पुलिस कर्मियों ने महिलाओं से बच्चों को जबरदस्ती छीना और गाड़ियों में बिठाया।
इस दौरान बच्चे जोर-जोर से रोने लगे, जिसे देखकर बस स्टैंड के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। स्थिति को संभालते हुए लीगल परमिशन अधिकारी ने सभी बच्चों को कार में बैठाया, जबकि वह खुद मोटरसाइकिल पर सवार होकर टीम के साथ वहां से रवाना हो गए।
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बच्चों को सिविल अस्पताल लेकर पहुंची टीम
बाद में सीडब्ल्यूसी टीम बच्चों को मेडिकल जांच के लिए सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। लीगल परमिशन अधिकारी ने बताया कि सभी बच्चों का मेडिकल कराया जाएगा, इसके बाद उन्हें सीडब्ल्यूसी कार्यालय ले जाकर काउंसलिंग की जाएगी।
अधिकारी ने कहा कि बच्चों को भीख मंगवाने के लिए इस्तेमाल किया जाना कानूनन अपराध है और बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई जरूरी थी। पुलिस का कहना है कि ये परिवार जालंधर की घास मंडी और आसपास के इलाकों में रहते हैं और रोजाना बस स्टैंड पर बच्चों से भीख मंगवाते हैं।
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महिला का आरोप- वे सिर्फ फोन पर बात कर रहे थे
वहीं, मौके पर मौजूद उत्तर प्रदेश की रहने वाली महिला मेसर ने आरोप लगाया कि वह घास मंडी में रहती है और बस स्टैंड पर खड़ी होकर अपने पति से फोन पर बात कर रही थी, तभी पुलिस ने उसके बच्चों को जबरदस्ती उठा लिया।
महिला ने दावा किया कि उसकी दो बेटियों, जिनकी उम्र 10 और 12 साल है, को पुलिस अनाथ आश्रम ले गई है, जबकि वह बच्चों से भीख नहीं मंगवा रही थी।

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