स्कूल वैन को ओवरटेक करते समय धुंध में विद्यार्थियों से भरा थ्री-व्हीलर दुर्घटनाग्रस्त, टायर के नीचे सिर आने से एक की मौत
फिरोजपुर में धुंध के कारण स्कूली विद्यार्थियों से भरा ऑटो दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं। यह ह ...और पढ़ें

अस्पताल में उपचाराधीन विद्यार्थी।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। सोमवार की सुबह घनी धुंध के कारण जीरा क्षेत्र में स्कूली विद्यार्थियों से भरा ऑटो घटनाग्रस्त हो गया। ऑटो से निकल सड़क पर गिरे विद्यार्थी का सिर बस के टायर के नीचे आया, जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि, दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना स्कूल वैन को ओवरटेक करते समय हुई। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। घटना के संबंध में घायल छात्र साहिबान सिंह पुत्र लाला सिंह, निवासी गांव मंसूरवाल कलां ने बताया कि वह सरकारी हाई स्कूल पंडोरी खत्रियां में पढ़ता है। रोजाना की तरह सोमवार सुबह भी गांव सनेर से एक थ्री-व्हीलर चालक करीब 10 स्कूली बच्चों को लेकर स्कूल की ओर जा रहा था।
सुबह के समय इलाके में घनी धुंध थी जिससे सड़क पर दृश्यता काफी कम थी। साहिबान सिंह के अनुसार, मंसूरवाल कलां और पंडोरी खत्रियां के बीच रास्ते में ट्रैफिक अधिक था। इसी दौरान एक स्कूल वैन को ओवरटेक करने की कोशिश में थ्री-व्हीलर चालक का संतुलन बिगड़ गया और वाहन टकरा गए।
टक्कर लगते ही थ्री-व्हीलर में बैठे बच्चे सड़क पर गिर पड़े। हादसे के दौरान साहिबान सिंह के अलावा गांव मंसूरवाल कलां के ही नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले गुरविंदर सिंह पुत्र रवि और हसकरण सिंह पुत्र गुरप्रीत सिंह भी नीचे गिर गए।

मृतक हसकरण की फाइल फोटो।
पास से गुजर रही थी स्कूल वैन
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सड़क पर गिरने के दौरान हसकरण सिंह (14 वर्ष) का सिर पास से गुजर रही स्कूल वैन के टायर के नीचे आ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हादसे में गुरविंदर सिंह को भी चोटें आईं, जबकि साहिबान सिंह को भी शरीर के विभिन्न हिस्सों में चोटें लगीं।
घटना के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और आसपास के लोगों ने घायल बच्चों को संभालते हुए पुलिस और परिजनों को सूचना दी।
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हसकरण के पिता की भी हो चुकी मौत
घायलों को तत्काल जीरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां डाक्टरों ने हसकरण सिंह और गुरविंदर सिंह की हालत गंभीर बताते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए फरीदकोट रेफर कर दिया। स्वजन घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से फरीदकोट लेकर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही हसकरण सिंह ने दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि मृतक छात्र हसकरण सिंह के पिता का कुछ वर्ष पहले ही निधन हो चुका था। इसके बाद से उसकी मां मेहनत-मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण कर रही थी। गरीबी के बावजूद वह अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पूरा प्रयास कर रही थी। बेटे की असमय मौत ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।

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