Amritsar News: Sri Harimandir Sahib में तैनात किए पांच गाइड, मंदिर के इतिहास समेत सेवाओं की दी जाएगी जानकारी
हरिमंदिर साहिब के दर्शनों के लिए देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को जानकारी मुहैया करवाने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने परिक्रमा में पांच गाइड तैनात कर दिए हैं। कर्मचारियों को सिख इतिहास ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों आवास और लंगर आदि की जानकारी देने के लिए लगाया गया है।
अमृतसर, जागरण संवाददाता । श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शनों के लिए देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को जानकारी मुहैया करवाने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने परिक्रमा में पांच गाइड तैनात कर दिए हैं। इन कर्मचारियों को सिख इतिहास, ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों, आवास और लंगर आदि की जानकारी देने के लिए लगाया गया है। इसके अलावा श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा व सम्मान से भी श्रद्धालुओं को अवगत करवाएंगे।
तीर्थयात्रियों को दी जाने वाली सेवाओं की दी जाएगी जानकारी
शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी व महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने इन गाइड्स को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। एडवोकेट धामी ने कहा कि प्रत्येक श्रद्धालु को सम्मानपूर्वक आवश्यक जानकारी दें। सिख परंपरा और मर्यादा से अनभिज्ञ श्रद्धालुओं को गुरु घर के भीतर सम्मान और श्रद्धा से नमन करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब में दुनिया भर से तीर्थयात्री पहुंचते हैं, जिन्हें यहां के रीति-रिवाजों और सम्मान की जानकारी देने के साथ-साथ यहां आने वाले तीर्थयात्रियों को दी जाने वाली सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
यह भी पढ़ें - Amritsar News : रूरल फार्मेसी अफसरों ने आम आदमी क्लीनिक छोड़ देने की दी चेतावनी, कहा- 15 तक मांगें पूरी की जाए
गाइड को लगाने के बाद अच्छे परिणाम आ रहे सामने
शिरोमणि कमेटी द्वारा इन गाइड का चयन श्री हरिमंदिर साहिब के उन कर्मचारियों में से किया गया है जो पहले से कार्यरत हैं। गाइड को लगाने के बाद अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं और लोग संतुष्ट हैं। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी सदस्य प्रीतम सिंह, मैनेजर सतबीर सिंह, सतनाम सिंह मंगसराय, अधीक्षक मलकीत सिंह बेहरवाल, प्रबंधक निशान सिंह और बिक्रमजीत सिंह आदि उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें - Budget 2023: केंद्र सरकार द्वारा पेश किया गया बजट आम जनता के लिए अच्छा होगा साबित : संजीव कुमार
यह भी पढ़ें - Pakistan Government नहीं कर रही गुरुद्वारों का रखरखाव, सरहद पार पुस्तक में इतिहासकार ने किया खुलासा