World Blitz Championship: मैग्नस कार्लसन ने जीता रिकॉर्ड नौवां खिताब, अर्जुन को कांस्य
फाइनल में कार्लसन का सामना उज्बेकिस्तान के युवा ग्रैंडमास्टर नोदिरबेक अब्दुसत्तारोव से हुआ। पहले तीन गेम के बाद दोनों खिलाड़ी 1.5-1.5 से बराबरी पर थे। ...और पढ़ें
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मैग्नस कार्लसन को मिली जीत।
दोहा, पीटीआई : दुनिया के नंबर एक शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने एक बार फिर अपने एंडगेम कौशल का लोहा मनवाते हुए विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप का रिकॉर्ड नौवां खिताब अपने नाम कर लिया। इससे दो दिन पहले कार्लसन ने विश्व रैपिड चैंपियनशिप का स्वर्ण भी जीत चुके थे। वहीं भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगेसी शानदार शुरुआत के बावजूद सेमीफाइनल में लड़खड़ा गए और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
फाइनल में कार्लसन का सामना उज्बेकिस्तान के युवा ग्रैंडमास्टर नोदिरबेक अब्दुसत्तारोव से हुआ। पहले तीन गेम के बाद दोनों खिलाड़ी 1.5-1.5 से बराबरी पर थे। चौथे गेम में कार्लसन ने ड्रॉ मानने से इन्कार किया और अचानक एक अनोखी प्यादा चाल चलकर बाजी पलट दी। इसी चाल ने उन्हें 2.5-1.5 से जीत दिलाई।
यह जीत कार्लसन के लिए इसलिए भी खास रही क्योंकि क्वालिफाइंग स्विस राउंड में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था। वह किसी तरह सेमीफाइनल में जगह बना पाए थे। 19वें राउंड में अब्दुसत्तोरोव के विरुद्ध ड्रा खेलकर कार्लसन (13.5 अंक) और उज्बेक खिलाड़ी (13 अंक) ने अंतिम चार में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में कार्लसन ने अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फाबियानो कारुआना को 3-1 से हराकर फाइनल का टिकट कटाया।
दूसरी ओर, एरिगेसी के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत किसी सपने से कम नहीं थी। उन्होंने कार्लसन और अब्दुसत्तोरोव जैसे दिग्गजों को हराते हुए 13 मैचों में 10 अंक जुटाए और टूर्नामेंट के एकमात्र लीडर बने। इसके बाद मंगलवार को खेले गए शेष छह राउंड में उन्होंने चार जीत और दो ड्रा के साथ 15 अंकों पर रहते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में एरिगैसी का सामना अब्दुसत्तोरोव से हुआ।
सोमवार को उन्हें हराने का मनोवैज्ञानिक बढ़त भारतीय खिलाड़ी के पास थी, लेकिन मुकाबले में हालात उलट गए। पहले गेम में सफेद मोहरों से बेहतर स्थिति के बावजूद एरिगैसी 47 चालों में हार गए। दूसरे गेम में अब्दुसत्तोरोव ने 75वीं चाल पर आरसी5 खेलकर बाजी पूरी तरह अपने पक्ष में मोड़ दी और 83 चालों में जीत दर्ज की। फाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ आधे अंक की जरूरत होने पर उज्बेक खिलाड़ी ने तीसरे गेम में ड्रॉ खेला, जिससे चौथा गेम औपचारिकता बनकर रह गया।
एरिगेसी के लिए यह टूर्नामेंट निराशाजनक नहीं रहा। रैपिड और ब्लिट्ज दोनों में कांस्य पदक जीतना 22 वर्षीय खिलाड़ी के लिए बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही वह महान विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व ब्लिट्ज ओपन वर्ग में पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं।

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