बैडमिंटन में पीवी सिंधू से स्वर्ण की उम्मीद, फाइनल में पहुंच पदक किया पक्का
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने इतिहास रच दिया। उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में जापान की खिलाड़ी को दो सेटों में हरा कर रजत पदक पक्का कर लिया।
रियो डी जेनेरियो। भारत की नई बैडमिंटन सनसनी पी वी सिंधू ने भारत को ओलंपिक में दूसरा पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है। सिंधू ने सेमीफाइनल मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकूहारा को सीधे सैटो में हराकर भारत के लिए रजत पदक पक्का कर दिया है। यही नहीं पी वी सिंधू बैडमिंटन में सिल्वर मेडल हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी बन गई हैं। सिंधू ने सेमीफाइनल मुकाबले में छठी रैंकिंग वाली जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-19 और 21-10 से हराया।
Pics: गोल्डन गर्ल बनने से एक कदम दूर पीवी सिंधू
इससे पहले सिंधू ने क्वार्टर फाइनल मैच में चीन की दिग्गज खिलाड़ी वांग यिहान को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इस जीत के साथ ही सिंधू ने कई रिकार्ड भी अपने नाम कर लिया है। सिंधू ओलंपिक इतिहास में भारत की पांचवीं महिला पदक विजेता और सिल्वर मेडल जीतनेे वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
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पहले सैट में 19-21 से जीत
पहले गेम में सिंधु ने अपने फॉर्म के अनुरूप शुरुआत की और नोजोमी पर बढ़त बना ली। हालांकि जापान की खिलाड़ी ने बीच-बीच में सर्विस ब्रेक करते हुए पॉइंट हासिल किए। 7वें मिनट तक के खेल में सिंधु अपनी लीड को 4 अंक आगे ले जाते हुए स्कोर 8-4 कर दिया।
पी वी सिंधू ने कैसे रचा इतिहास, देखें तस्वीरें
13 मिनट के खेल में सिंधु ने 11-8 की बढ़त बना ली। सिंधु ने कुछ शॉर्ट स्मैश भी जमाए। इसके बाद नोजोमी ने बॉडी लाइन स्मैश खेला और स्कोर 12-9 कर लिया। सिंधु ने इस पर वीडियो रेफरल लिया, लेकिन अंपायर का फैसला सही निकला। नोजोमी ने इसके बाद शानदार खेल दिखाया और स्कोर में 1 अंक और जोड़कर सिंधु के कुछ करीब पहुंच गईं।
पहले सैट के आखिरी मिनटों में नोजोमी ओकूहारा को एक-एक प्वाइंट के लिए खासा संघर्ष करना पड़ था नोजोमी ओकूहारा ने कुछ अच्छे शॉर्ट्स लगाए मगर अब भी सिंधू के पीछे है। सिंधू की पहले सैट में शानदार जीत, नोजोमी ओकूहारा को 19-21 के अंतर से हराया।
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दूसरा सैट आसानी से जीतीं सिंधू
दूसरे सैट में सिधू के खेल को देखकर लगा कि वो पूरी तरह मानसिक तौर पर तैयार होकर आईं हैं कि वो मैच को दूसरे राउंड में ही खत्म कर देंगी। इस बीच सिधू ने कुछ गलत शॉर्ट खेले जिससे नोजोमी ओकूहारा को बराबरी का मौका मिल गया। लेकिन सिंधू ने मैच में शानदार वापसी की और मैच में बैक टू बैक 3 प्वाइंट लेकर नोजोमी ओकूहारा को दवाब में ला दिया। नोजोमी ओकूहारा मैच में कुछ तकलीफ में भी दिखीं, उनकी जांघ पर पट्टी भी बंधी हुई थी जिसकी वजह से वो सिंधू के शॉर्ट्स का पूरी तरह जवाब नहीं दे पा रही थीं।
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सिंधू ने इस बीच मैच के अंतर को 17-8 तक पहुंचा दिया और यहां से सिंधू के लिए मैच जीतना बस कुछ औपचारिकताएं ही रह गई थी। इस बीच नोजोमी ओकूहारा ने दो अंकों की बढ़त बनाई लेकिन सिंधू अबतक मैच के अंतर को 20-10 तक ले गई थी और फिर सिंधू ने वो एतिहासिक शॉर्ट मारा जिससे भारत के लिए रजत पदक पक्का हो गया। सिंधू अब स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश करेंगी। हालांकि सिंधू अगर फाइनल में हार भी जाती हैं फिर भी सिंधू का रजत पदक पक्का हो गया है। पी वी सिंधू शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे स्पेन की वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी कारोलीना मरिन से गोल्ड मैडल के लिए मुकाबला करेंगी।
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