ओडिशा: राउरकेला पुलिस ने नागालैंड हथियार लाइसेंस गैंग का किया पर्दाफाश, सरगना समेत तीन धराए
राउरकेला पुलिस ने एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार लाइसेंस रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह नागालैंड से फर्जी दस्तावेजों के जरिए ऑल इंडिया वैध हथियार लाइ ...और पढ़ें

फर्जी दस्तावेजों से ऑल इंडिया हथियारों के लाइसेंस देशभर में बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़।
जागरण संवाददाता, राउरकेला। राउरकेला जिला पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर राउरकेला के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार लाइसेंस रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
राउरकेला पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी देते हुए पश्चिमांचल डीआइजी बृजेश राय ने बताया कि यह गिरोह नागालैंड से फर्जी दस्तावेजों के जरिए अवैध रूप से आल इंडिया वैध दिखाए जाने वाले हथियार लाइसेंस तैयार कराता और उन्हें देशभर में बेचता था।
रैकेट के सदस्य लोगों को ऑल इंडिया वैध लाइसेंस के नाम पर लालच देकर प्रति लाइसेंस 5 से 10 लाख रुपये तक वसूलते थे। राउरकेला एसपी नितेश वाधवानी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह रैकेट राउरकेला-कोलकाता-नागालैंड के बीच सक्रिय था और अब तक कई लोगों को अवैध हथियार लाइसेंस उपलब्ध करा चुका है।
इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का सरगना राउरकेला के उदितनगर थाना अंतर्गत बासंती कालोनी के क्वार्टर सख्या डीएल-304 निवासी रतन कुमार शाह (58 वर्ष), रघुनाथपाली थाना क्षेत्र के सिविल टाउनशिप के मकान संख्या ओ-14 निवासी रमनदीप सिंह (36 वर्ष) तथा उसके भाई मनदीप सिंह शामिल है।

- अंतरराज्यीय हथियार लाइसेंस घोटाले का पर्दाफाश: राउरकेला-कोलकाता-नागालैंड नेटवर्क की जांच जारी
- नागालैंड कनेक्शन: 5-10 लाख में बिकते नागालैंड के हथियार लाइसेंस, पिस्टल-रिवॉल्वर जब्त
छापेमारी के दौरान पुलिस ने रतन कुमार शाह से एक 32 एनपी बोअर पिस्टल (वेबली एंड स्काट), 25 कारतूस, मोबाइल फोन (जिसमें डिजिटल साक्ष्य हैं), एडीएम राउरकेला द्वारा जारी लाइसेंस, और नागालैंड से जारी लाइसेंस दस्तावेज बरामद किए हैं।
रमनदीप सिंह से एक रिवॉल्वर (एनपी एफजी-25074), 5 राउंड कारतूस और नागालैंड से जारी हथियार लाइसेंस मिला है, जबकि मनदीप सिंह से भी इसी प्रकार का एक एनपी एफजी 25074 का 32 मार्क के-थ्री रिवॉल्वर, 5 कारतूस और नागालैंड से जारी हथियार लाइसेंस जब्त हुआ है।
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क बहुत संगठित है। जो फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर नागालैंड के नाम पर वैध लाइसेंस तैयार करता था। राउरकेला, कोलकाता और नागालैंड के बीच इसके संबंधों की जांच की जा रही है।
इस संबंध में उदितनगर थाना केस नंबर 466 तथा रघुनाथपाली थाना केस नंबर 817 और 818 क्रमशः दर्ज किए गए हैं। सभी आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। जबकि पुलिस इस पूरे रैकेट की गहन जांच कर रही है।

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