शिकायतों के बाद लोहारका फ्लाईओवर पहुंचे सांसद औजला, देर रात निरीक्षण किया, निर्माण तेज होने व ट्रैफिक राहत की उम्मीद जगी
सांसद गुरजीत सिंह औजला ने देर रात अमृतसर के लोहारका फ्लाईओवर का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने और ट्रैफिक जाम व हाद ...और पढ़ें

फ्लाईओवर का निरीक्षण करते हुए सांसद गुरजीत औजला।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। लोहारका रोड फ्लाईओवर को लेकर लंबे समय से ट्रैफिक जाम, धूल-मिट्टी और अव्यवस्थित डायवर्जन की मार झेल रहे अमृतसरवासियों के लिए एक बार फिर राहत की उम्मीद जगी है। सांसद गुरजीत सिंह औजला देर रात अधिकारियों और इंजीनियरों की टीम के साथ खुद मौके पर पहुंचे और लोहारका फ्लाईओवर का निरीक्षण किया।
अचानक हुए इस निरीक्षण से निर्माण कार्य को लेकर सुस्ती और लापरवाही पर लगाम लगने की उम्मीद जताई जा रही है। निरीक्षण के दौरान सांसद औजला ने फ्लाईओवर के डिजाइन को लेकर अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की। वे सड़क के बीच खड़े होकर मौजूदा ट्रैफिक फ्लो को काफी देर तक देखते रहे और इंजीनियरों को जमीनी हालात के अनुसार जरूरी तकनीकी सुझाव दिए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि फ्लाईओवर ऐसा होना चाहिए, जिससे भविष्य में ट्रैफिक जाम और हादसों की स्थिति न बने। साथ ही उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति रिपोर्ट ली और काम में तेजी लाने के सख्त निर्देश भी दिए।
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निर्माण लंबे समय से रुक गया था
गौरतलब है कि लोहारका फ्लाईओवर का निर्माण कार्य लंबे समय तक ठप पड़ा रहा था। उस दौरान सांसद गुरजीत सिंह औजला ने लगातार इस मुद्दे को उठाया और दबाव बनाया, जिसके बाद यह परियोजना दोबारा शुरू हो सकी। अब फ्लाईओवर का डिजाइन फाइनल हो चुका है और मशीनों से निर्माण कार्य चल रहा है।
सांसद ने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर अब लगातार सख्त निगरानी रखी जाएगी और लोगों को राहत दिलाने के लिए वे खुद सड़कों पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे। सांसद औजला ने बताया कि लोहारका रोड फ्लाईओवर एनएचएआई के बाइपास प्रोजेक्ट का अहम हिस्सा है। लंबे समय तक काम रुके रहने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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गलत डायवर्जन से बढ़ी ट्रेफिक समस्या
खराब तरीके से बनाए गए डायवर्जन के कारण पीक आवर्स में जबरदस्त ट्रैफिक जाम लगता रहा और कई बार हादसों जैसी स्थिति बनी। वहीं पानी की पाइपलाइन बिछाने के चलते सड़कें टूट गईं और चारों तरफ धूल-मिट्टी फैल गई, जिससे स्थानीय निवासियों और दुकानदारों को काफी दिक्कत हुई।
करीब दो साल की देरी के बाद मिड-2025 में फ्लाईओवर का काम दोबारा शुरू हुआ है। अब इसे गुमटाला बाइपास से जोड़ने की संभावनाओं पर भी चर्चा चल रही है, जिससे इस पूरे इलाके में ट्रैफिक दबाव काफी हद तक कम हो सकेगा। देर रात सांसद के मौके पर पहुंचने और अधिकारियों से सीधी बातचीत के बाद स्थानीय लोगों ने उम्मीद जताई है कि अब निर्माण कार्य रफ्तार पकड़ेगा और उन्हें लंबे समय से चली आ रही समस्या से जल्द राहत मिलेगी।

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