हथियारों के मामले में आयातक से निर्यातक बना भारत, मेक इन इंडिया अभियान ने पूरी दुनिया को किया हैरान

युद्ध के समय दुनिया के अन्य देशों से हमें अपनी जरूरत का सामान जैसे हथियार या किसी अन्य तरह के उत्पाद मंगाना बेहद मुश्किल हो जाता है। वहीं जो देश ये सम...और पढ़ें

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अगर हम 1962 के चीन युद्ध की बात करें तो उस समय हमें दुनिया का कोई भी देश हथियार या युद्ध के लिए जरूरत का सामान देने को तैयार नहीं था। वहीं कारगिल युद्ध की बात करें तो उस समय भी हम अपने देश के जवानों के लिए ताबूत भी आयात करने वाले थे। रक्षा क्षेत्र में अन्य देशों पर निर्भरता युद्ध के समय आपकी जीत की संभावना को कमजोर करती है। युद्ध के समय दुश्मन देश अन्य देशों को आपको सामान देने से रोक सकता है। ऐसे में आत्मनिर्भरता या मेक इन इंडिया अभियान बेहद जरूरी हो जाता है। देश के लोगों को भी भारतीय उत्पादों के इस्तेमाल पर ज्यादा जोर देना चाहिए।





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