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    राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित होंगे 25 बच्चे

    By Gunateet OjhaEdited By:
    Updated: Tue, 17 Jan 2017 10:05 PM (IST)

    इन सभी बहादुर बच्चों को 50 हजार रुपये, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाएगा।

    राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित होंगे 25 बच्चे

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। वर्ष 2016 के राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए 25 बच्चों का चयन हुआ है। इनमें 12 लड़कियां और 13 लड़के हैं। चार बच्चों को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 जनवरी को पुरस्कार देंगे। बच्चों को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने और जीप की सवारी करने का भी मौका मिलेगा।

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    भारतीय बाल कल्याण परिषद की अध्यक्ष गीता सिद्धार्थ ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान इन बच्चों को मीडिया से रूबरू कराया। उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठित भरत अवॉर्ड अरुणाचल प्रदेश की तार पीजू (8) को मरणोपरांत दिया जाएगा। गीता चोपड़ा अवॉर्ड पश्चिम बंगाल की तेजस्विता प्रधान (18)और शिवानी गोंड (17) को संयुक्त रूप से दिया जाएगा। दोनों ने बिना डरे पुलिस और एनजीओ की मदद कर अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया था।

    प्रतिष्ठित संजय चोपड़ा अवॉर्ड देहरादून (उत्तराखंड) के 15 वर्षीय मास्टर सुमित ममगाई को दिया जाएगा। सुमित ने चचेरे भाई को तेंदुए से बचाया था। अपनी जान देकर दो बच्चियों को डूबने से बचाने वाली मिजोरम की कुमारी रोलुआपुई (13), कार दुर्घटना में खुद की जान देकर चचेरे भाई की जान बचाने वाली मिजोरम की एच लालरियातपुई (13) और घर के पास लगी आग में से कई पशुओं की जान बचाने वाले छत्तीसगढ़ के मास्टर तुषार वर्मा (15) को बापू गयाधनी अवॉर्ड दिया जाएगा।

    राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वालों में तीन बहादुर बच्चे दिल्ली के भी हैं। इनमें मालवीय नगर निवासी भाई-बहन अक्षिता शर्मा (16) और अक्षित शर्मा (13) ने चोरी करने के लिए घर में घुसे दो बदमाशों का बहादुरी से मुकाबला करते हुए एक को धर दबोचा था। पीतमपुरा गांव निवासी नमन (16) ने सोनीपत में यमुना में डूबते एक बच्चे की जान बचाई थी।

    राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले अन्य बहादुर बच्चों में हिमाचल प्रदेश के मंडी निवासी मास्टर प्रफुल्ल शर्मा, राजस्थान के मास्टर सोनू माली, लखनऊ की कुमारी अंशिका पांडेय, महाराष्ट्र की कुमारी निशा दिलीप पाटिल, कर्नाटक की कुमारी सिया वामनसा, मणिपुर के मास्टर सदानंद सिंह, केरल निवासी मास्टर आदित्यन पिल्लई, अखिल के शिबू और कुमारी बदरुनिशा, असम के मास्टर टंकेश्वर पेगू, छत्तीसगढ़ की कुमारी नीलम ध्रुव, नगालैंड निवासी थंगिलमंग लंकिम, ओडिशा निवासी मास्टर मोहन शेट्टी और जम्मू-कश्मीर की कुमारी पायल देवी (मरणोपरांत) शामिल हैं।

    इन सभी बहादुर बच्चों को 50 हजार रुपये, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाएगा। सभी की शिक्षा-दीक्षा का खर्च परिषद द्वारा वहन किया जाएगा।

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