स्कूल बोर्ड के अधिकारी के सामने कपड़े उतारने लगी बेथ बोर्न, ट्रांस छात्रों को लेकर कही ये बात
कैलिफ़ोर्निया में एक स्कूल बोर्ड की बैठक में मॉम्स फ़ॉर लिबर्टी की अध्यक्ष बेथ बॉर्न ने ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए लॉकर रूम नीति का विरोध करते हुए कपड़े उतार दिए। उन्होंने तर्क दिया कि इससे लड़कियाँ असुरक्षित महसूस कर सकती हैं। इस घटना के बाद बोर्ड के सदस्यों ने तत्काल अवकाश घोषित कर दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कैलिफोर्निया में एक स्कूल बोर्ड की बैठक के दौरान विवाद खड़ा हो गया। जब एक महिला ने सबके सामने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। इसके बाद बोर्ड के सदस्यों ने अवकाश घोषित कर दिया। दरअसल, महिला ने उस नीति का विरोध करते हुए अपना कपड़ा उतारना शुरू किया, जिसके तहत ट्रांसजेंडर छात्रों को उनकी लैंगिक पहचान के अनुरूप लॉकर रूम का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी।
न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया की महिला बेथ बॉर्न जो मॉम्स फ़ॉर लिबर्टी के योलो काउंटी चैप्टर की अध्यक्ष हैं। उन्होंने 18 सितंबर को डेविस जॉइंट यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट बोर्ड की बैठक में हिस्सा लिया। इस दरौान उन्होंने ट्रांसजेंडर छात्रों को उनकी लैंगिक पहचान के लिए मिले लाकर रूम के उपयोग की अनुमति का विरोध जताया। विरोध जताते हुए बेथ बॉर्न ने अपने कपड़े उतारते हुए तर्क दिया कि वो यह दिखाना चाहती हैं कि इस लॉकर नीति के कारण लड़कियां कितनी असुरक्षित महसूस कर सकती हैं।
लॉकर नीतियों के बारे में बात करने पहुंची बेथ बॉन
बैठक के दौरान बेथ बॉर्न ने कहा, "मैं डेविस यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट की एक अभिभावक हूं और मैं आज यहां जूनियर हाई स्कूलों में लॉकर रूम के लिए आपकी नीतियों के बारे में बात करने आई हूं। अभी, हम अपने छात्रों को शारीरिक शिक्षा कक्षा के लिए कपड़े उतारने के लिए कहते हैं। मैं आपको बस यह बताने जा रही हूं कि जब मैं कपड़े उतारती हूं तो कैसा लगता है।"
जैसे ही शुरू किया कपड़ा उतारना...
इसके बाद डेविस जॉइंट यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट बोर्ड की बैठक में बेथ बॉर्न ने जैसे ही कपड़े उतारना शुरू किया, वैसे ही अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान बोर्ड के सदस्यों ने तुरंत बैठक स्थगित कर दी गई। इसके बाद पिर एक अलग विषय पर बैठक शुरू की गई।
पहले भी कर चुकी हैं आलोचना का सामना
गौरतलब है कि बेथ बॉर्न अपनी चिंताओं के बारे में शुरू से ही आवाज उठाती रही हैं। उन्होंने पिछले तीन सालों में कई बैठकों में हिस्सा लिया। इससे पहले LGBTQ+ व्यक्तियों और शिक्षकों के प्रति उत्पीड़न के रूप में भी की गई कार्रवाईयों के लिए आलोचना का सामना किया था।
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