बिहार की राजधानी पटना राजनीति का केंद्र है। यहां हर नागरिक से आप राजनीति पर बतिया सकते हैं। यहां पर बोले जाने वाली भाषा भोजपुरी काफी प्यारी जुबान है। इस भाषा में शिष्टाचार की महक है और अंदाज खांटी देसी है। इस शहर का अंदाज बगावती है। अंगरेजों के खिलाफ इस शहर ने जोरदार लड़ाई लड़ी थी। नील की खेती के लिए 1917 में चम्पारण आन्दोलन तथा 1942 का भारत छोड़ो आन्दोलन के समय पटना की भूमिका जबरदस्त रह͊। इस शहर को देखकर लगता है कि मां गंगा ने अपने आंचल में पटना को पाल रखा है। यहां पर ही विश्व का सबसे लंबा सड़क पुल महात्मा गांधी सेतु है, जिसकी लंबाई 5575 मीटर है।
500 सार्वजनिक शौचालय, यूरिनल बनाएं जाने की प्रगति कितनी है?
महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए पटना में कितना फीसदी काम हुआ है?
बड़े अस्पतालों पर दबाव कम करने के लिए कितने फीसदी पॉलिक्लीनिक खुले हैं?
शहर में बदलाव के महानायक बनिए, यहां सुझाव दीजिए और शहर को जागरूक बनाइए