Maharashtra Politics: 'अजित हमारे नेता हैं' पर शरद पवार ने मारी पलटी, बेटी सुप्रिया सुले अडिग
Maharashtra Politics शरद पवार ने शुक्रवार के दिन सुबह एक बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने एनसीपी पार्टी में विभाजन होने की बात से इनकार कर दिया और ये भी कहा कि इसमें कोई मतभेद नहीं है कि अजित पवार हमारे नेता हैं। हालांकि शाम होते ही शरद पवार ने अपनी ही बात से पटली मार दी और कहा कि अजित पवार हमारे नेता नहीं हैं।
सतारा, एएनआई। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर पवार परिवार सुर्खियों में है। अजित पवार को लेकर उनके चाचा शरद पवार और उनकी बहन सुप्रिया सुले ने कुछ ऐसी बातें कही है, जिससे यह सवाल खड़ा हो गया कि क्या एक बार फिर तीनों नेता एक साथ मिलकर एनसीपी पार्टी को आगे बढ़ाएंगे।
दरअसल, गुरुवार को सुप्रिया सुले ने कहा था कि अजित पवार एनसीपी के नेता हैं। वहीं, अजित पवार और उनकी विचारधारा एक है।
इसके बाद शरद पवार ने शुक्रवार के दिन सुबह एक बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने एनसीपी पार्टी में विभाजन होने की बात से इनकार कर दिया और ये भी कहा कि इसमें कोई मतभेद नहीं है कि अजित पवार हमारे नेता हैं। इस बयान के बाद कई सवाल खड़े हो गए। सबसे बड़ा सवाल था कि क्या चाचा और भतीजे के बीच समझौता हो गया। हालांकि, शाम होते होते शरद पवार ने अपनी ही बात से पटली मार दी। हालांकि, सुप्रिया सुले अपनी बात पर अभी भी टिकी हैं।
अपने ही बयान से पटल गए शरद पवार
उन्होंने सुप्रिया सुले के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा,"मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अजित पवार हमारे नेता हैं। ऐसा सुप्रिया सुले ने कहा था। वो भाई-बहन हैं और एक बहन के नाते उसने (सुप्रिया सुले) ऐसा कहा है। इस बयान पर कोई राजनीतिक मायने ढूंढने की जरूरत नहीं है। मैंने यह नहीं कहा कि अजित पवार हमारे नेता हैं।
अजित पवार हमारे नेता नहीं: शरद पवार
उन्होंने मीडिया पर ही आरोप लगाते हुए कहा,"यह आपकी (मीडिया की) गलती है। यह बयान सुप्रिया ने दिया था और यह अखबारों में भी छपा। उन्होंने जिस तरह का रुख अपनाया है, उसे देखते हुए वह हमारे नेता नहीं हैं ।"
सुप्रिया सुले ने फिर कहा- एनसीपी में कोई विभाजन नहीं
शरद पवार के बाद एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, ''मैं फिर दोहराती हूं कि एनसीपी में कोई विभाजन नहीं है। पार्टी की स्थापना के बाद से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार हैं और हमारे वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल हैं।
उन्होंने आगे कहा,"हमारे नौ विधायकों और दो सांसदों ने अलग रुख अपना लिया है, जिसके लिए हमने पहले ही लोकसभा अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष को अयोग्यता के लिए नोटिस दिया है और जवाब का इंतजार है।”
सुप्रिया सुले ने अजित पवार को लेकर क्या कहा था?
बता दें कि शुक्रवार को बारामती में एनसीपी प्रमुख ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग रुख अपनाया है, लेकिन इसे फूट नहीं कहा जा सकता। वे लोकतंत्र में ऐसा कर सकते हैं। वहीं, गुरुवार को सुप्रिया सुले ने कहा कि एक परिवार के रूप में उनके और अजित पवार के बीच कोई तकरार नहीं है।
केंद्रीय कृषि मंत्री बनाने का शरद पवार को मिला ऑफर?
दरअसल, एक अखबार ने पृथ्वीराज चव्हाण के हवाले से दावा किया है कि भाजपा ने अजित के जरिए शरद पवार को केंद्रीय कृषि मंत्री बनाने और नीति आयोग के अध्यक्ष पद का ऑफर दिया है। इसके अलावा सांसद सुप्रिया सुले और विधायक जयंत पाटिल को भी मंत्री बनाने की पेशकश की गई है।