Maharashtra Politics: 'एनसीपी में टूट नहीं, कुछ विधायक चले गए लेकिन...' अजित पर फिर बोले चाचा शरद पवार
Maharashtra Politics News शरद पवार ने कहा कि वह NCP के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और जयंत पाटिल इसकी राज्य इकाई के प्रमुख हैं। उन्होंने अपने नरम रूख पर कहा कि एनसीपी विभाजित नहीं हुई है। हालांकि यह सच है कि कुछ विधायक चले गए हैं लेकिन उन विधायकों के जाने का मतलब यह नहीं है कि वह राजनीतिक दल है।

कोल्हापुर (महाराष्ट्र), एजेंसी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने एक बार फिर अपनी पार्टी में मचे घमासान को लेकर बात की। उन्होंने अपनी पार्टी में विभाजन से इनकार किया और कहा कि यह सच है कि कुछ विधायक चले गए हैं, लेकिन अकेले विधायकों के जाने का मतलब पूरी राजनीतिक पार्टी से नहीं है।
एनसीपी नहीं हुई है विभाजित- शरद पवार
यहां पत्रकारों से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि वह NCP के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और जयंत पाटिल इसकी राज्य इकाई के प्रमुख हैं। उन्होंने अपने नरम रूख पर कहा कि एनसीपी विभाजित नहीं हुई है। हालांकि, यह सच है कि कुछ विधायक चले गए हैं, लेकिन उन विधायकों के जाने का मतलब यह नहीं है कि वह राजनीतिक दल है। बागियों का नाम लेकर उन्हें महत्व क्यों दिया जाए।
इसके अलावा NCP प्रमुख ने यह भी स्वीकार किया कि कुछ विधायकों ने शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के लिए उन्हें पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि मगर इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
INDIA गठबंधन की बैठक के बारे में पवार ने दी जानकारी
वहीं, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पवार ने कहा कि मैं फासीवादी प्रवृत्तियों का विरोध करना जारी रखूंगा। केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हुआ है। उन्होंने कहा कि 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली विपक्षी गठबंधन की बैठक के दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के साथ-साथ संयुक्त अभियान पर भी चर्चा की जाएगी।
'चुनाव में भाजपा को सही जगह दिखाएगी जनता'
उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र में बदलाव देख सकता हूं। लोग उन लोगों से निराश हैं, जो भाजपा के साथ गए। मुझे यकीन है कि लोग चुनावों में सही जनादेश देंगे और वे भाजपा को उसकी सही जगह दिखाएंगे। पवार ने कहा कि मुंबई में आगामी बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव की समीक्षा के साथ-साथ संयुक्त प्रचार अभियान पर भी चर्चा की जाएगी।
'सरकार की प्रशंसा कर ED के छापे से बच गए हसन मुश्रीफ'
एनसीपी नेता हसन मुश्रीफ के अजित पवार गुट में शामिल होने के बारे में पवार ने कहा कि उन्हें ईडी के छापे का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब कार्रवाई बंद हो गई है। पता नहीं उन्होंने इसके लिए किसके साथ बातचीत शुरू की। उन्होंने कहा कि हसन मुश्रीफ सत्तारूढ़ पार्टी की प्रशंसा करके बच निकलने में कामयाब रहे।
इसरो के वैज्ञानिकों को पवार ने दी बधाई
इसके साथ ही उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 की सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक बड़ी सफलता है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर वैज्ञानिकों से मिलने के लिए इसरो गए, यह अच्छा था।
बता दें कि अजित पवार और आठ अन्य राकांपा विधायक 2 जुलाई को राज्य में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिव सेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे, जिससे शरद पवार द्वारा स्थापित पार्टी में विभाजन का संकट पैदा हो गया।
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