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    IIT बॉम्बे को 1998 बैच के छात्रों ने डोनेट किए 57 करोड़ रुपये, तोड़ा यह रिकॉर्ड; कैंपस में जश्न का माहौल

    By Agency Edited By: Anurag Gupta
    Updated: Sun, 24 Dec 2023 08:14 PM (IST)

    भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे को करोड़ो रुपये डोनेट किए गए हैं और यह पैसे किसी कंपनी या संगठन की तरफ से डोनेट नहीं किए गए बल्कि इन पैसों को आईआईटी बॉम्बे के ही पूर्व छात्रों ने डोनेट किया है। पैसे डोनेट करने वालों में निजी इक्विटी फर्म सिल्वर लेक के प्रबंध निदेशक अपूर्व सक्सेना और पीक-एक्सवी के प्रबंध निदेशक शैलेन्द्र सिंह शामिल हैं।

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    IIT बॉम्बे को मिले 57 करोड़ रुपये (फाइल फोटो)

    पीटीआई, मुंबई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे को करोड़ो रुपये डोनेट किए गए हैं और यह पैसे किसी कंपनी या संगठन की तरफ से डोनेट नहीं किए गए, बल्कि इन पैसों को आईआईटी बॉम्बे के ही पूर्व छात्रों ने डोनेट किया है।

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    1971 बैच के छात्रों का टूटा रिकॉर्ड

    1998 बैच के छात्रों ने रजत जयंती पुनर्मिलन समारोह के मौके पर यह पैसे डोनेट किए। बता दें कि यह अब तक किसी एक बैच द्वारा दिया गया सर्वाधिक संयुक्त योगदान है। इससे पहले 1971 बैच के छात्रों ने 41 करोड़ रुपये देकर एक रिकॉर्ड स्थापित किया था, जिसे 1998 बैच के छात्रों ने तोड़ दिया।

    पैसे डोनेट करने वालों में निजी इक्विटी फर्म सिल्वर लेक के प्रबंध निदेशक अपूर्व सक्सेना और पीक-एक्सवी के प्रबंध निदेशक शैलेन्द्र सिंह शामिल हैं।

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    बता दें कि 200 से अधिक पूर्व छात्रों ने मिलकर आईआईटी बॉम्बे को 57 करोड़ रुपये की राशि डोनेट की है, जिसमें शीर्ष वैश्विक अधिकारियों- वेक्टर कैपिटल के एमडी अनुपम बनर्जी, एआई रिसर्च के दिलीप जॉर्ज, गूगल डीपमाइंड, ग्रेट लर्निंग के सीईओ मोहन लकहमराजू, कोलोपास्ट एसवीपी मनु वर्मा, सिलिकॉन वैली के उद्यमी सुंदर अय्यर, इंडोवेंस के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) संदीप जोशी, और एचसीएल अमेरिका में मुख्य विकास अधिकारी श्रीकांत शेट्टी शामिल हैं।

    IIT बॉम्बे के निदेशक ने क्या कुछ कहा

    आईआईटी बॉम्बे के निदेशक सुभाशीष चौधरी ने कहा कि 1998 बैच के छात्रों के योगदान से आईआईटी बॉम्बे की वृद्धि को गति मिलेगी और उत्कृष्टता के हमारे साझा लक्ष्य में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आईआईटी बॉम्बे के प्रति उनका समर्पण उनके शुरुआती सालों के दौरान बने स्थायी बंधन को दर्शाता है और सभी पूर्व छात्रों के लिए प्रेरणा का काम करता है।

    बता दें कि आईआईटी बॉम्बे इन पैसों का इस्तेमाल जरूरतमंद छात्रों को स्कॉलरशिप देने, हॉस्टल में जरूरी बदलाव और एआई माइक्रो फैक्ट्री सहित वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए मेकर्सस्पेस लैब के लिए किया जाएगा।

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