पूर्वी घोउटा में रासायनिक हमला, 70 लोगों की मौत, आरोप लगाने में जुटे रूस और यूएस

सीरिया को लेकर एक बार फिर से अमेरिका और रूस आमने-सामने आ गए हैं। अमेरिका का आरोप है कि रूस ने सीरियाई सेना का साथ देते हुए पूर्वी घोउटा के शहर डौमा में रासायनिक हमला किया है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Sun, 08 Apr 2018 04:12 PM (IST) Updated:Mon, 09 Apr 2018 11:29 AM (IST)
पूर्वी घोउटा में रासायनिक हमला, 70 लोगों की मौत, आरोप लगाने में जुटे रूस और यूएस
पूर्वी घोउटा में रासायनिक हमला, 70 लोगों की मौत, आरोप लगाने में जुटे रूस और यूएस

नई दिल्‍ली [स्‍पेशल डेस्‍क]। सीरिया को लेकर एक बार फिर से अमेरिका और रूस आमने-सामने आ गए हैं। अमेरिका का आरोप है कि रूस ने सीरियाई सेना का साथ देते हुए पूर्वी घोउटा के शहर डौमा में रासायनिक हमला किया है। इस हमले में 70 लोगों की मौत होने की बात कही गई है। इसको लेकर दोनों देशों में फिर कहा-सुनी शुरू हो गई है। रूस ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि यह हमला उसने नहीं किया है। वहीं सीरिया ने इसके लिए अमेरिका पर आरोप जड़ा है कि उसने ही यह हमला करवाया है। दरअसल, इस हमले की बात उस वक्‍त सामने आई जब सीरिया में काम कर रही स्‍वयंसेवी संस्‍था व्‍हाइट हैलमेट ने ट्वीटर पर इस खबर के साथ कुछ फोटो भी पोस्‍ट किए। इसमें एक जगह पर कई शव दिखाई दे रहे थे। इसमें यह भी कहा गया कि इस हमले के बाद मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

व्‍हाइट हैलमेट ने दी जानकारी

व्‍हाइट हैलमेट के अलावा भी कई मेडिकल, निगरानी व कार्यकर्ता समूहों ने रासायनिक हमले के बारे में जानकारी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हमले के बाद लोगों को सांस लेने में काफी मुश्किल हो रही है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर से विषाक्त नर्व एजेंट सरीन से युक्त बैरल बम गिराया गया था। सीरियाई अस्पतालों के साथ काम करने वाली एक अमेरिकी चैरिटी संस्था यूनियन मेडिकल रिलीफ ने बताया कि दमिश्क रूरल स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने 70 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

सरकारी एजेंसी का अपना राग

वहीं सीरिया की समाचार एजेंसी सना का कहना है कि आतंकवादियों के गढ़ में उनसे निपटने के लिए आगे बढ़ रही सेना के अभियान में बड़ी बाधा डाली गई है। इसमें कहा गया है कि सीरियाई अरब सेना को किसी रासायनिक चीज का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है, जैसा कि आतंकवादियों के मीडिया सहयोगियों द्वारा दावा किया गया है। कथित हमलों पर प्रतिक्रिया में अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने कई परेशान कर देने वाली रिपोर्ट देखी हैं। सीरियाई सरकार का अपने लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों को इस्तेमाल करने का इतिहास रहा है।' सरीन नर्व एजेंट का इस्तेमाल सीरिया में पहले भी हो चुका है।

दमिश्‍क में हमला

आपको बता दें कि पिछले ही दिनों अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा था कि वह अपनी फौज को सीरिया से वापस बुला लेंगे। इस घोषणा का सभी ने स्‍वागत किया था। इसके बाद पूर्वी घोउटा को लेकर भी विद्रोहियों से सरकार का समझौता हुआ था, जिसके बाद ऐसी खबरें सामने आई थीं कि यह विद्रोही यहां से बाहर जा रहे हैं। लेकिन इन्‍हीं विद्रोहियों में शामिल जैश अल इस्‍लाम ने एक बार फिर से दमिश्‍क समेत कई जगहों पर हमलों को अंजाम दिया है। दमिश्‍क में हुए ताजा हमले में करीब आधा दर्जन लोगों के मारे जाने की खबर सना ने दी है। इस हमले में तीन दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं।

शांति स्‍थापना पर सवाल

पूर्वी घोउटा के कथित ताजा हमले और विद्रोहियों के हमलों ने एक बार फिर से सीरिया में शांति स्‍थापना को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। व्‍हाइट हैलमेट ने ट्वीट में लिखा है कि सीरियाई सेना ने यह हमला किया है। व्‍हाइट हैलमेट ने इस हमले के बाद की कई दिल दहला देने वाली तस्‍वीरें और वीडियो भी पोस्‍ट की हैं। इन ट्वीट के मुताबिक यह हमला शनिवार देर शाम करीब 8:20 पर किया गया था।

आपको यहां पर ये भी बता दें कि डौमा को छोड़कर सारे पूर्वी घोउटा पर सीरियाई सेना का कब्‍जा हो चुका है। इसके बाद ही सीरिया की सरकार ने यहां पर व्रिदोहियों को सेफ पैसेज देने के लिए एक समझौता किया था जिसके तहत उन्‍हें तुर्की बोर्डर की तरफ चले जाना था। लेकिन जैश अल इस्‍लाम ने सरकार के इस समझौते को मानने से साफ इंकार कर दिया था।

पल-भर में बदल गया म्यूनस्टर की सड़क का माहौल, हर तरफ मची थी चीख-पुकार
सिरदर्द बन रहे मेक्सिको की सीमा पर अब तैनात होंगे यूएस नेशनल गार्ड
पेंटागन के पूर्व रक्षा विश्‍लेषक की नजर में मिडिल ईस्‍ट पॉलिसी को लेकर कंफ्यूज्‍ड हैं ट्रंप
फिर धमाका करने को तैयार नॉर्थ कोरिया, अपनी न्यूक्लियर साइट पर कर रहा कंस्ट्रक्शन!
भारत के लिए भी एक बड़ी चुनौती है अमेरिका-रूस के बीच बढ़ता शीतयुद्ध
दो सीटों से शुरू हुआ सफर और भाजपा बन गई दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी
भुटटो ने ही जिया उल हक को बनाया था सेनाध्यसक्ष बाद में उसने ही दी उन्हेंं फांसी 
भारत से पहले चीन को हुई रूसी S- 400 Triumf मिसाइल सिस्‍टम की डिलीवरी 
‘रूस और ईरान के चलते डीजल और पेट्रोल के दामों में अब पहले जैसी नरमी आना मुश्किल’   

chat bot
आपका साथी