Al Maktoum International Airport: कुछ ऐसा होगा दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, खूबियां जान रह जाएंगे हैरान
Worlds Largest Airport रविवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम ने अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को दुनिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनाए जाने की योजना को मंजूरी दे दी। इसके निर्माण में करीब 2900 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का निर्माण शुरू हो चुका है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) अपनी शानदार इमारतों के लिए पहले से ही जाना जाता है। दुबई और राजधानी अबु धाबी की इमारतों को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित रह जाता है। दुबई में तो ऐसे-ऐसे निर्माण हुए हैं जिनको असंभव ही माना जाता था, जिनमें पाम आइलैंड जैसे निर्माण भी शामिल हैं। बब एक बार संयुक्त अरब अमीरात कुछ ऐसा ही करने जा रहा है।
जी हां, यूएई दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने जा रहा है जो इतना बड़ा होगा कि वर्तमान हवाई अड्डों को देखते हुए हम और आप फिलहाल इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते। रविवार को संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम ने अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को दुनिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनाए जाने की योजना को मंजूरी दे दी। इसके निर्माण में करीब 2900 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का निर्माण शुरू हो चुका है। एक बार जब यह तैयार हो जाएगा तो आने वाले सालों में दुबई एयरपोर्ट की सारी गतिविधियां धीरे-धीरे यहां शिफ्ट कर दी जाएंगी।
Today, we approved the designs for the new passenger terminals at Al Maktoum International Airport, and commencing construction of the building at a cost of AED 128 billion as part of Dubai Aviation Corporation's strategy.
Al Maktoum International Airport will enjoy the… pic.twitter.com/oG973DGRYX— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) April 28, 2024
आइए हम आपको बताते हैं कि दुनिया के इस सबसे बड़े एयरपोर्ट पर क्या-क्या खास होगा...
क्षमता
अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया में सबसे ज्यादा क्षमता वाला होगा, जो सालाना 26 करोड़ यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा।
आकार
वर्तमान दुबई हवाई अड्डे की तुलना में यह आकार में पांच गुना ज्यादा बड़ा होगा।
इंफ्रास्ट्रक्चर
इस एयरपोर्ट पर 400 टर्मिनल गेट होंगे ताकि परिचालन में किसी तरह की कोई असुविधा न हो।
रनवे
हर तरह के एयर ट्रैफिक को संभालने के लिए इस एयपोर्ट पर कुल 5 रनवे होंगे।
नई तकनीक
इस परियोजना में कई नई एविएशन टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल होगा, जो विमानन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति को चिह्नित करेगी।
खर्च
इस पूरी परियोजना पर करीब 2900 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
टाइमलाइन
हर साल करीब 15 करोड़ यात्रियों को समायोजित करने में सक्षम पहला चरण, 10 वर्षों के भीतर पूरा किया जाएगा।