'प्रतिबंधित जहाज से माल न भेजे रूस', बांग्लादेश के विदेश मंत्री बोले- US के साथ अच्छे रखना चाहते हैं संबंध

बांग्लादेश के विदेश मंत्री डा. एके अब्दुल मोमेन ने बताया कि रूस से अनुरोध किया गया है कि वह प्रतिबंध से छूट वाले अपने किसी अन्य जहाज से बांग्लादेश को माल भेजे। इससे बिना किसी दुष्प्रभाव के द्विपक्षीय व्यापार जारी रह सकेगा।

By AgencyEdited By: Publish:Mon, 23 Jan 2023 01:03 AM (IST) Updated:Mon, 23 Jan 2023 01:03 AM (IST)
'प्रतिबंधित जहाज से माल न भेजे रूस', बांग्लादेश के विदेश मंत्री बोले- US के साथ अच्छे रखना चाहते हैं संबंध
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बांग्लादेश का राष्ट्रीय ध्वज (फाइल फोटो)

ढाका, एजेंसी। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से अमेरिका ने रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। ऐसे में इसका असर उन देशों पर भी पड़ा है। जो रूस से आयात करते हैं। इस बीच बांग्लादेश ने रूस से अनुरोध किया है कि वह अपना माल ऐसे किसी मालवाही जहाज से न भेजे जिसे अमेरिका ने प्रतिबंधित कर रखा हो। क्योंकि प्रतिबंधित जहाज से आया हुआ माल लेकर बांग्लादेश अमेरिका के साथ अपने संबंधों पर असर नहीं पड़ने देना चाहता है।

अमेरिका ने रूस के 69 मालवाही पोतों पर लगाया है प्रतिबंध

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर रूसी हमले के विरोध में अमेरिका ने रूस के 69 मालवाही पोतों पर प्रतिबंध लगा रखा है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री डा. एके अब्दुल मोमेन ने बताया कि रूस से अनुरोध किया गया है कि वह प्रतिबंध से छूट वाले अपने किसी अन्य जहाज से बांग्लादेश को माल भेजे। इससे बिना किसी दुष्प्रभाव के द्विपक्षीय व्यापार जारी रह सकेगा।

बांग्लादेश का बयान हैं काफी अहम

बांग्लादेश का यह बयान रूपपुर परमाणु संयंत्र के लिए समुद्री मार्ग से आए रूसी उपकरणों को स्वीकार करने से इन्कार करने के बाद आया है। बांग्लादेश ने उपकरण लेकर आए रूसी जहाज को अपनी समुद्री सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी। परमाणु संयंत्र का निर्माण रूस के सहयोग से हो रहा है और जिस स्पार्टा तृतीय जहाज से उपकरण लाए गए थे, उस पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा रखा था।

क्या बोले बांग्लादेश के विदेश मंत्री मोमेन

विदेश मंत्री मोमेन ने कहा कि रूस अपने प्रतिबंधित जहाज का नाम बदलकर उसका संचालन कर रहा है। लेकिन हम यह स्वीकार नहीं करेंगे। हम चाहते हैं कि रूस गैर प्रतिबंधित जहाज से अपना माल बांग्लादेश भेजे। हम प्रतिबंधित जहाजों से आया माल स्वीकार नहीं करेंगे। हम अमेरिका के साथ अच्छे संबंध कायम रखना चाहते हैं।

Russia- Ukraine War: यूक्रेन को टैंक देने को ब्रिटेन ने जर्मनी पर डाला दबाव, रूस ने कहा- इसका अंजाम होगा भयावह

सिर्फ 6 माह में सेना पर लुटा दिया अरबों रुपये, पीएम शहबाज के राज में कंगाली के मुहाने पर पहुंचा पाकिस्तान

chat bot
आपका साथी