अगस्ता घोटालाः फिनमैकेनिका के साथ सभी करार रद, काली सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू

सरकार ने फिनमेेकेनिका कंपनी से सभी तरह के रक्षा सौदों को रद करने का फैसला लिया है। इसके बाद इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Sun, 29 May 2016 08:27 PM (IST) Updated:Mon, 30 May 2016 09:18 AM (IST)
अगस्ता घोटालाः फिनमैकेनिका के साथ सभी करार रद, काली सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू

नई दिल्ली (पीटीआई)। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में दागी इटली की कंपनी फिनमेकेनिका के खिलाफ सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। उसने रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के लिए कंपनी द्वारा हाल में हासिल सभी टेंडरों को रद करने का फैसला किया है। यानी कंपनी के साथ होने वाले सभी करार रद होंगे। सरकार ने यह कदम फिनमेकेनिका को ब्लैकलिस्ट करने के लिए उठाया है।

एक सप्ताह में 700 लोगों की जान ले चुका है उफनता भूमध्य सागर

इस संवाददाता से विशेष साक्षात्कार में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने यह जानकारी दी। उनका कहना है कि फिनमेकेनिका और उसकी सहयोगी कंपनियों को काली सूची में डालने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है। इस बारे में कानून मंत्रालय से भी राय मांगी गई है। बकौल पर्रीकर, 'फिनमेकेनिका और उसकी सहयोगी कंपनियों से जहां कहीं भी पूंजी खरीद का मामला है। उसके लिए सभी आग्रह प्रस्ताव (आरएफपी) खत्म किए जाएंगे। इस बारे में मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं।'

BJP केे राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची जारी, वेंकैया समेत कई नाम शामिल

हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन मामलों में अनुबंध हो चुका है, उनके लिए उपकरणों की सालाना मरम्मत और पूर्व में हुए रक्षा आपूर्ति के लिए कंपनी से कल-पुर्जे का आयात जारी रहेगा। इससे केवल केवल पूंजी खरीद के हाल-फिलहाल के सौदे ही रद होंगे। पर्रीकर का साफ कहना है, 'कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यदि कई वर्षो के लिए काली सूची में डाली गई तो उतने वर्षो तक रक्षा मंत्रालय इस कंपनी से पूंजी खरीद का सौदा नहीं करेगा। सरकारी आदेश में इसका विस्तार से जिक्र होगा।'

यहां डेनिम की जींस पहनने और विदेश बात करने पर मिलती है 'मौत'

उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने कंपनी के साथ नए सौदों पर पहले ही रोक लगा दिया है। जब रक्षा मंत्री से पूछा गया कि उन परियोजनाओं का क्या होगा, जिनमें उपकरणों की आपूर्ति में फिनमेकेनिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस पर पर्रीकर का जवाब था, 'क्या दुनिया में केवल एक ही उत्पाद है? इस तरह के उत्पाद रूसी, अमेरिकी या अन्य देशों की कंपनियों के पास भी होंगे। यह दूसरी बात है कि वे थोड़ा महंगे या उन्हें हासिल करना कठिन हो सकता है।'

5 देशों की यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी, स्विटजरलैंड से काले धन पर बात संभव

ध्यान रहे कि मोदी सरकार ने फिनमेकेनिका की सहयोगी कंपनी 'वास' से भारतीय नौसेना को 98 टोरपीडो की प्रस्तावित आपूर्ति रद कर दिया है। संप्रग सरकार के दौरान यह सौदा करीब 1200 करोड़ रुपये में हुआ था। इस पर पर्रीकर ने कहा था, 'हमारे पास बहुत विकल्प हैं। बहुत जल्द ही इसका विकल्प हम हासिल कर लेंगे। इसको लेकर काम हो रहा है।'

इतनी बड़ी शख्सियत होने के बाद भी जमीन से जुड़े हैं एप्पल के सीईओ टिम कुक

जिन परियोजनाओं पर पड़ेगा असर 1-: निर्माणाधीन 15बी (विशाखापत्तनम-क्लास) की चार विध्वंसक पनडुब्बियों और शिवालिक क्लास के 7 युद्धपोत को 127एमएम ओटोमेलारा गन से लैस किया जाना है। नेवी प्रशिक्षण स्कूलों में भी इसका इस्तेमाल होना था। ओटोमेलारा फिनमेकेनिका की सहयोगी कंपनी है।

2-जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल हासिल करने के लिए नौसेना की यूरोपीय कंसोर्टियम एमबीडीए से बातचीत चल रही थी। एमबीडीए में भी फिनमेकेनिका का हिस्सा है।

किरण्ा बेदी बनीं पुडुचेरी की उपराज्यपाल, केजरीवाल ने दी बधाई

-40,000 टन वजनी निर्माणाधीन स्वदेशी विमानवाही युद्धपोत को भी एयर सर्विलांस रडार आरएएन-40एल3डी से लैस किया जाना है। इनकी आपूर्ति में भी फिनमेकेनिका की सहयोगी कंपनी सेलेक्स ईएस शामिल है। -टोरपीडो काउंटर मेजर सुइट्स बनाने को लेकर भी सरकारी उपक्रम भारत डायनेमिक्स और फिनमेकेनिका के बीच साझा कार्यक्रम प्रस्तावित था। इसके अलावा वर्क सेंट्रिक वारफेयर प्रोटोटाइप निर्माण पर भी बातचीत चल रही थी।

ललित मोदी के खिलाफ इंटरपोल से फिर गिरफ्तारी वारंट लेने की होगी कोशिश

chat bot
आपका साथी